Jaisalmer राजस्थान के जैसलमेर जिले में मोहनगढ़ क्षेत्र में एक अजीब और खतरनाक घटना सामने आई है। शनिवार को एक किसान के खेत में ट्यूबवेल की खुदाई के दौरान धरती से अचानक पानी का तेज फव्वारा निकलने लगा। यह पानी लगभग 50 घंटे तक लगातार बहता रहा। घटना के कारण ग्रामीणों में दहशत फैल गई है, और प्रशासन ने इसे खतरे का क्षेत्र घोषित कर दिया है।
घटना का विवरण
स्थान: मोहनगढ़, 27 बीडी जोरा माइनर क्षेत्र
घटना: ट्यूबवेल खुदाई के दौरान तेज पानी का फव्वारा, जो 50 घंटे बाद स्वतः बंद हो गया।
प्रभाव: पानी के तेज दबाव के कारण मशीन और ट्रक जमीन में धंस गए।
विशेषज्ञों की चिंता
विशेषज्ञों का कहना है कि पानी का रिसाव दोबारा शुरू होने की संभावना है। इसके अलावा, जमीन के नीचे जहरीली गैस की मौजूदगी की आशंका है, जिससे विस्फोट या जमीन धंसने का खतरा बना हुआ है।
प्रशासन की कार्रवाई
प्रतिबंध:
जिला कलेक्टर प्रताप सिंह ने क्षेत्र में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत 500 मीटर के दायरे को निषिद्ध क्षेत्र घोषित किया है।
निरीक्षण:
केयर्न एनर्जी कंपनी के विशेषज्ञों ने क्षेत्र का निरीक्षण किया।
प्रबंध:पानी निकालने के लिए वैकल्पिक प्रबंध किए जा रहे हैं।
जोधपुर विद्युत वितरण निगम जलभराव क्षेत्र की बिजली लाइनों की वैकल्पिक व्यवस्था कर रहा है।
ग्रामीणों की स्थिति
घटना ने ग्रामीणों को डरा दिया है। तेज फव्वारे और जमीन धंसने की वजह से लोग खेतों के पास जाने से डर रहे हैं।
खतरों का अंदेशा
जहरीली गैस का रिसाव: जमीन के नीचे जहरीली गैस की पाइपलाइन होने की संभावना।
भूस्खलन और विस्फोट का खतरा: पानी का दबाव बढ़ने से जमीन धंसने और विस्फोट होने की आशंका।
स्थिति पर नजर
प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, और विशेषज्ञों की टीम नियमित रूप से निरीक्षण कर रही है।
यह घटना राजस्थान में प्राकृतिक घटनाओं और मानव हस्तक्षेप के जटिल प्रभावों को उजागर करती है। प्रशासन की त्वरित कार्रवाई और ग्रामीणों की जागरूकता से संभावित खतरे को कम करने की कोशिश जारी है।
