देवली-उनियारा थप्पड़ कांड में बढ़ा तनाव, समरावता में हिंसा और आगजनी के बाद इंटरनेट बंद
SDM थप्पड़ कांड: देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र के समरावता गांव में हुए थप्पड़ कांड में पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए नरेश मीणा के समर्थकों ने हिंसक प्रदर्शन किया, जिससे क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया है। मामले में घटनाक्रम तब बढ़ा जब पुलिस हिरासत से नरेश मीणा समर्थकों की भीड़ के बीच फरार हो गए।
कैसे हुआ विवाद?
पुलिस ने नरेश मीणा को हिरासत में लिया था, जिसके बाद समर्थकों ने हंगामा करते हुए पुलिस पर पथराव कर दिया। इस अफरातफरी में नरेश मीणा पुलिस की गिरफ्त से भागने में सफल हो गए। बाद में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, “मैं गिरफ्तारी देने आया था, लेकिन पुलिस ने मुझे रोका। भागना मेरी फितरत में नहीं है।”
हिंसा और इंटरनेट सेवा बंद
मीणा के फरार होने के बाद देर रात समरावता में भारी हिंसा देखी गई। उग्र भीड़ ने गांव में आगजनी करते हुए कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया, जिसमें करीब 100 से अधिक कारें, बाइक और जीप शामिल हैं। इलाके में सुरक्षा के मद्देनजर इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। पुलिस ने 60 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जबकि ग्रामीणों में पुलिस की कार्रवाई को लेकर भय का माहौल है।
मीणा के आरोप
नरेश मीणा ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके धरने में शामिल लोगों के लिए भेजा गया खाना टोल पर पुलिस ने रोक लिया था, जिससे वे अकेले ही धरनास्थल छोड़कर बातचीत करने पहुंचे थे। समर्थकों को जब इसकी जानकारी मिली, तो वे उन्हें छुड़ा ले गए।
मुख्यमंत्री और प्रशासनिक प्रतिक्रियाएँ
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मामले पर गंभीरता दिखाते हुए डीजीपी यूआर साहू और जलदाय मंत्री कन्हैयालाल मीणा से फोन पर स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं और घटना पर पैनी नजर बनाए हुए हैं।
विशेष फोर्स तैनात, मुख्य आरोपी की तलाश जारी
पुलिस मुख्यालय से स्थिति पर नजर रखते हुए, जयपुर से एसटीएफ और आरएसी की तीन अतिरिक्त कंपनियां उनियारा भेजी गई हैं। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर विशाल बंसल ने कहा कि हिंसा में शामिल आरोपियों की पहचान की जा रही है और मुख्य आरोपी नरेश मीणा की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है।
डॉ. किरोड़ीलाल मीणा का ट्वीट
इस घटनाक्रम पर डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने ट्वीट कर पुलिस महानिदेशक और जिला कलेक्टर से फोन पर वार्ता की जानकारी दी। उन्होंने अपील की कि समरावता के लोग शांति और धैर्य बनाए रखें।
समरावता में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात, हालात काबू में
प्रशासन ने समरावता गांव को छावनी में तब्दील कर दिया है, ताकि दोबारा हिंसा की कोई गुंजाइश न हो।
