दौसा जिले के कालीखाड़ गांव में 5 साल का आर्यन खेलते-खेलते 160 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया। बच्चे को बचाने के लिए 18 घंटे से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है, जिसमें एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, और स्थानीय प्रशासन की टीमें जुटी हुई हैं।
घटना का विवरण
- घटना सोमवार शाम 4 बजे की है, जब आर्यन अपनी मां के सामने खेल रहा था और अचानक खुले बोरवेल में गिर गया।
- बोरवेल परिवार ने 3 साल पहले खुदवाया था, लेकिन यह उपयोग में नहीं आ रहा था।
- बोरवेल की गहराई 160 फीट है, और बच्चा करीब 80-90 फीट पर फंसा हुआ है।
रेस्क्यू ऑपरेशन की स्थिति
- अब तक 7 जेसीबी और 3 एलएनटी मशीनों की मदद से बोरवेल के आसपास खुदाई की गई है।
- बच्चे की मूवमेंट कैमरे के जरिए देखी गई है, और उसने रस्सी पकड़ने की कोशिश भी की है।
- टीम ने देसी जुगाड़ अपनाया है:
- गोल रिंग: बच्चे को पकड़ने के लिए गोल रिंग नीचे उतारी गई।
- लोहे की मूवेबल पत्तियां: 8 पत्तियों वाले लोहे के पाइप का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसे बच्चे तक पहुंचाकर फंसाने की कोशिश की जा रही है।
रेस्क्यू में लगी टीमें
- जयपुर से एसडीआरएफ और अजमेर से एनडीआरएफ की टीमों के साथ एक्सपर्ट इस ऑपरेशन का हिस्सा हैं।
- स्थानीय प्रशासन और गांव के लोग भी मदद कर रहे हैं।
बच्चे की स्थिति
- बच्चा कैमरे की मदद से जीवित नजर आ रहा है।
- उसकी मूवमेंट देखी गई है, लेकिन अभी उसे बाहर निकालने में सफलता नहीं मिली है।
चुनौतियां और उम्मीदें
- बोरवेल की गहराई और संकीर्णता ऑपरेशन को कठिन बना रही है।
- बावजूद इसके, टीमें लगातार बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए प्रयासरत हैं।
संदेश
इस घटना ने खुले बोरवेलों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। प्रशासन और लोगों को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सतर्क रहना होगा।
आर्यन की सुरक्षा के लिए पूरे देश की दुआएं उसके साथ हैं।
