Rajasthan में कांग्रेस द्वारा जयपुर में धरने के बाद भाजपा के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए इसे जनता को गुमराह करने की कवायद बताया।
मंत्री पटेल का बयान:
- पटेल ने राइजिंग राजस्थान समिट का जिक्र करते हुए बताया कि इस आयोजन में 35 लाख करोड़ रुपये के एमओयू साइन हुए हैं, जो लाखों रोजगार के अवसर पैदा करेंगे।
- उन्होंने कहा कि भजनलाल सरकार ने निवेश नीतियों में सुधार कर राज्य को निवेशकों के लिए आकर्षक बनाया है।
- पटेल ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि उनके शासन में भ्रष्टाचार, महिला अपराध, और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे घोटाले आम थे।
पटेल ने कहा, “कांग्रेस को यह स्वीकार नहीं हो रहा कि राजस्थान की अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है। धरना केवल एक राजनीतिक नाटक था।”
मदन दिलावर का आरोप:
- दिलावर ने कहा कि भाजपा ने एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों के उत्थान के लिए ठोस कदम उठाए हैं।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा साहेब अंबेडकर के पंचतीर्थ बनाकर उनके योगदान को सम्मान दिया।
- दिलावर ने कांग्रेस पर वंचित वर्गों का शोषण करने और उनकी विफलताओं को छिपाने के लिए धरना करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कांग्रेस के धरने को फ्लॉप शो बताते हुए कहा, “यह केवल जनता को गुमराह करने का प्रयास था। भाजपा सरकार विकास और वंचित वर्गों के उत्थान के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”
कांग्रेस पर भाजपा के आरोप:
- जनता के हितों के खिलाफ: कांग्रेस ने हमेशा एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग को गुमराह किया।
- भ्रष्टाचार का आरोप: फोन टैपिंग, पेपर लीक और घूसकांड जैसी घटनाओं ने कांग्रेस शासन को बदनाम किया।
- धरना स्थल पर बदहाल स्थिति: कांग्रेस नेताओं की आपसी छींटाकशी और विवाद उनकी मानसिकता को दर्शाते हैं।
भाजपा की प्रतिबद्धता:
भाजपा मंत्रियों ने कहा कि पार्टी विकास और वंचित वर्गों के सशक्तिकरण के लिए समर्पित है। कांग्रेस को जनता की भलाई के लिए किए जा रहे कार्यों को लेकर परेशानी हो रही है।
निष्कर्ष:
भाजपा ने कांग्रेस के धरने को महज राजनीतिक नाटक करार देते हुए खुद को देशहित और विकास के प्रति प्रतिबद्ध बताया।