खींवसर उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी रेवंतराम डांगा की चुनावी सभा उस वक्त विवादों में घिर गई, जब उन्होंने सभा में विकास कार्यों का जिक्र किया। सभा के दौरान जैसे ही रेवंतराम डांगा ने विकास के कार्यों को लेकर अपनी बात रखनी शुरू की, स्थानीय लोगों ने इसका विरोध करते हुए खींवसर के विकास का श्रेय हनुमान बेनीवाल को दिया। लोगों ने भाजपा के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी, जिसके बाद सभा में मौजूद बेनीवाल और डांगा के समर्थकों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई।
रेवंतराम डांगा और बेनीवाल के समर्थकों में भिड़ंत
सोमवार रात भाजपा प्रत्याशी रेवंतराम डांगा खींवसर के रोल ग्राम पंचायत के चोपड़ों गुजरों की ढाणी में चुनावी सभा के लिए पहुंचे थे। जैसे ही उन्होंने अपना उद्बोधन शुरू किया, वहां मौजूद कुछ लोगों ने बेनीवाल के समर्थन में नारे लगाए और भाजपा प्रत्याशी को घेरते हुए पूछा, “आपने खींवसर के लिए अब तक क्या किया?” लोगों का कहना था कि खींवसर में जितना भी विकास हुआ है, वह हनुमान बेनीवाल की बदौलत हुआ है।
विकास कार्यों पर श्रेय को लेकर गरमाया माहौल
रेवंतराम डांगा ने लोगों के सवालों का जवाब देते हुए कहा, “यह सब विकास कार्य मैंने ही करवाए हैं, बेनीवाल का इसमें कोई योगदान नहीं है।” इसके बाद सभा में स्थिति बिगड़ती चली गई, और दोनों पक्षों के समर्थक आमने-सामने आ गए। एक ओर बेनीवाल समर्थक उनके विकास कार्यों की तारीफ कर रहे थे, तो दूसरी ओर भाजपा समर्थक डांगा के पक्ष में नारे लगा रहे थे।
सभा में बढ़ता तनाव, पुलिस ने संभाला मोर्चा
तनाव बढ़ने के बाद पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए स्थिति को शांत किया। इसके बावजूद स्थानीय लोगों में इस बात को लेकर नाराजगी रही कि भाजपा प्रत्याशी खींवसर के विकास का श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं। सभा के दौरान लोगों का गुस्सा इस बात पर भी था कि भाजपा प्रत्याशी ने पिछले चुनावों में किए गए वादों को पूरा नहीं किया और अब उपचुनाव में फिर से विकास की बात कर रहे हैं।
खींवसर की ‘हॉट सीट’ पर कड़ी टक्कर
खींवसर उपचुनाव में भाजपा के रेवंतराम डांगा और आरएलपी के हनुमान बेनीवाल के बीच मुकाबला पहले से ही चर्चा का विषय बना हुआ है। हनुमान बेनीवाल की इस क्षेत्र में मजबूत पकड़ मानी जाती है, और यही वजह है कि भाजपा का मुकाबला यहां मुश्किल हो रहा है। इस बार दोनों पार्टियों के समर्थकों के बीच विकास कार्यों का श्रेय लेने की जंग भी चुनावी माहौल को गर्माए हुए है।
इस पूरे घटनाक्रम ने खींवसर में भाजपा की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं, वहीं हनुमान बेनीवाल के समर्थकों ने अपने नेता के प्रति अपनी वफादारी और उनके विकास कार्यों पर अटूट विश्वास जताया।