Kekri News राजस्थान के अजमेर जिले की भिनाय तहसील के ग्राम बड़ली में अवैध बजरी खनन ने मानवता की सीमाओं को पार कर दिया है। नायक समाज के श्मशान घाट पर की गई खुदाई के कारण जमीन में दबे शवों की अस्थियां बाहर आ गईं, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
घटना का विवरण
गांव के नदी किनारे बने श्मशान घाट पर पिछले एक माह से जेसीबी मशीनों की मदद से बजरी माफिया अवैध खनन कर रहे थे। इस खुदाई के दौरान जमीन में गड़े शवों की अस्थियां बाहर निकल आईं।
जैसे ही यह खबर फैली, समाज के लोग मौके पर पहुंचे और आरोपियों को भागने पर मजबूर कर दिया।
यह घटना न केवल समाज की धार्मिक भावनाओं को आहत करती है, बल्कि प्रशासन की लापरवाही को भी उजागर करती है।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद नायक समाज के लोगों ने भिनाय तहसीलदार नीलम राठौड़ को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि:
पिछले एक महीने से बजरी माफिया श्मशान भूमि में अवैध खनन कर रहे हैं।
खुदाई के चलते कई शवों की अस्थियां बाहर आ गईं, जिससे उनकी दुर्गति हो रही है।
मना करने पर भी खननकर्ता मनमानी कर रहे हैं।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि:
श्मशान भूमि में अवैध बजरी खनन पूरी तरह रोका जाए।
दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
प्रशासन की भूमिका पर सवाल
श्मशान भूमि जैसी संवेदनशील जगह पर अवैध खनन होना यह दर्शाता है कि बजरी माफियाओं को प्रशासन का कोई डर नहीं है।
ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन जानकारी होने के बावजूद कार्रवाई नहीं कर रहा।
तहसीलदार को ज्ञापन के माध्यम से इस समस्या को गंभीरता से लेने और जल्द समाधान की अपील की गई है।
समाज का आक्रोश और समाधान की जरूरत
श्मशान भूमि को किसी भी समाज के लिए पवित्र स्थान माना जाता है।
अस्थियों की दुर्गति ने समाज के लोगों को गहराई से आहत किया है।
प्रशासन को चाहिए कि वह न केवल अवैध खनन पर रोक लगाए, बल्कि दोषियों को कड़ी सजा देकर यह सुनिश्चित करे कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
निष्कर्ष
ग्राम बड़ली में हुई यह घटना केवल अवैध खनन का मामला नहीं है, यह समाज की भावनाओं और मानवीय मूल्यों पर प्रहार है। प्रशासन की तत्काल कार्रवाई और सख्त कदम ही इस समस्या का समाधान हो सकते हैं।