Jaipur Fire News शुक्रवार को जयपुर के भांकरोटा इलाके में हुए गैस टैंकर ब्लास्ट ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया। इस भयावह हादसे में आग ने एक किलोमीटर तक तबाही मचाई, जिसमें 30 से अधिक वाहन जलकर खाक हो गए और 8 मौतों की पुष्टि हो चुकी है।
कैसे हुआ हादसा?
सीएनजी टैंकर अजमेर से जयपुर की ओर आ रहा था। टैंकर ने यू-टर्न लेने की कोशिश की, तभी जयपुर की ओर से आ रहे दूसरे टैंकर ने उसे टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि तुरंत आग भड़क उठी और उसने आस-पास खड़े वाहनों को अपनी चपेट में ले लिया।
तबाही का मंजर
हादसे के बाद सड़क पर तबाही का नज़ारा था। आग की चपेट में आए 30 से अधिक वाहन पूरी तरह जल गए। कई गाड़ियां इतनी जल चुकी थीं कि उनका कोई अस्तित्व तक नहीं बचा।
मौत और घायलों की स्थिति
- अब तक प्रशासन ने 8 लोगों की मौत की पुष्टि की है, लेकिन स्थानीय सूत्रों के अनुसार, मृतकों की संख्या 15 से अधिक हो सकती है।
- कई लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं।
- घायल लोगों को एसएमएस अस्पताल और अन्य नजदीकी चिकित्सा केंद्रों में भर्ती कराया गया है।
गलत कट बना हादसे की वजह
हादसे के चश्मदीदों के अनुसार, सड़क पर गलत कट के कारण यह घटना हुई।
- स्थानीय निवासी संदीप सिंह राठौड़ ने बताया कि गलत कट के कारण यहां पहले भी हादसे हो चुके हैं।
- यह लापरवाही कई जानें ले चुकी है और प्रशासन को इससे सबक लेना चाहिए।
सीएम और मंत्रियों ने लिया जायजा
घटना के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उपमुख्यमंत्री और गृह राज्य मंत्री घटनास्थल पर पहुंचे।
- उन्होंने हादसे पर दुख व्यक्त किया और कहा कि घटना की जांच करवाई जाएगी।
- पीड़ितों और घायलों को उचित मुआवजा और चिकित्सा सहायता देने का आश्वासन दिया।
चश्मदीदों की कहानी
- शत्रुघ्न शाह, जो घटनास्थल पर मौजूद थे, ने बताया कि गैस लीक होने के कारण कोहरे जैसा माहौल था।
- उन्होंने कहा कि ब्लास्ट के बाद बचने के लिए भागने की कोशिश की, लेकिन उनका चेहरा जल गया।
आवश्यक कदम
- इस क्षेत्र में गलत कट के कारण बार-बार हादसे हो रहे हैं।
- प्रशासन को तत्काल यहां सुधार कार्य और सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।
यह हादसा न केवल प्रशासन के लिए चेतावनी है, बल्कि यह भी दिखाता है कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी कितनी खतरनाक हो सकती है। यह समय है कि प्रशासन और जनता दोनों सतर्क होकर जिम्मेदारी से कार्य करें।