राजधानी Jaipur के स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट में लापरवाही का गंभीर मामला सामने आया है। ब्लड कैंसर से पीड़ित एक 10 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई, जिसे अस्पताल में चूहे ने काट लिया था। इस घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं।
घटना का विवरण
11 दिसंबर की रात ब्लड कैंसर से पीड़ित बच्चे को कैंसर इंस्टीट्यूट के पीडियाट्रिक वार्ड में भर्ती कराया गया था। उसी रात, चूहे ने उसके पैर का अंगूठा काट दिया। जब बच्चा दर्द से रोया, तो परिजनों ने देखा कि चूहे ने पैर को बुरी तरह कुतर दिया था, जिससे खून बह रहा था।
परिजनों ने इस बारे में नर्सिंग स्टाफ को सूचित किया। लेकिन स्टाफ ने केवल पट्टी बांधकर खानापूर्ति की। शुक्रवार को इलाज के दौरान बच्चे ने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों का कहना है कि बच्चे की हालत पहले से ही गंभीर थी।
अस्पताल की बदहाल स्थिति
वार्ड में भर्ती अन्य मरीजों और परिजनों ने खुलासा किया कि अस्पताल में लंबे समय से सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है।
- चूहे, बिल्ली, और कुत्ते वार्ड में घूमते रहते हैं।
- वार्डों, ऑपरेशन थिएटर, और गैलरी में हर जगह गंदगी फैली हुई है।
- खाना-पीना बिखरा होने के कारण चूहों का आतंक बढ़ा है।
- सफाई कर्मियों को वेतन न मिलने से सफाई सेवाएं बाधित हैं।
जुलाई 2023 में जोधपुर एमडीएम अस्पताल में भी इसी तरह की घटना सामने आई थी, जहां एक मरीज का पैर चूहों ने काट लिया था।
परिजनों की चिंता और अस्पताल की जवाबदेही
घटना के बाद मरीजों के परिजन घबराए हुए हैं। अस्पताल की लचर व्यवस्थाओं के कारण उनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर गंभीर आशंकाएं उठ रही हैं।
इस मामले में प्रशासन से तत्काल कार्रवाई और सुधार की मांग की जा रही है। सफाई कर्मियों की तैनाती और वार्डों में सुरक्षा उपायों के अभाव ने एक मासूम की जान ले ली, जो गंभीर चिंता का विषय है।
स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर सवाल
इस घटना ने राजस्थान की स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर एक बार फिर ध्यान आकर्षित किया है। नियमित निरीक्षण, स्वच्छता व्यवस्था, और मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित करना अत्यावश्यक है। अगर व्यवस्थाओं को जल्द दुरुस्त नहीं किया गया, तो ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति हो सकती है।