Ajmer राजस्थान की अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में सोमवार सुबह सफाई के दौरान एक ड्रोन मिलने से जेल प्रशासन और सुरक्षा अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया। यह घटना प्रदेश की सबसे सुरक्षित जेलों में से एक में हुई है, जिसे लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
राजस्थान की अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में सोमवार सुबह सफाई के दौरान एक ड्रोन मिलने से जेल प्रशासन और सुरक्षा अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया। यह घटना प्रदेश की सबसे सुरक्षित जेलों में से एक में हुई है, जिसे लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
ड्रोन मिलने की घटना
- ड्रोन जेल परिसर के उस हिस्से में पाया गया जहां आमतौर पर किसी का मूवमेंट नहीं होता।
- सफाई कर्मचारियों ने सबसे पहले इसे देखा और तुरंत जेल प्रशासन को जानकारी दी।
- जेल अधीक्षक पारस जांगिड़ ने उच्च अधिकारियों को घटना से अवगत कराया।
- ड्रोन को सिविल लाइन थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया।
जांच की स्थिति
- पुलिस ने एक्सपर्ट से ड्रोन की जांच शुरू कर दी है।
- ड्रोन की कंपनी, मेमोरी कार्ड, और उसकी संभावित गतिविधियों की बारीकी से जांच की जा रही है।
- अजमेर रेंज डीआईजी ओमप्रकाश मेघवाल खुद जांच की निगरानी कर रहे हैं।
संभावित कारण
पुलिस और प्रशासन कई पहलुओं पर जांच कर रहे हैं:
- जेल की रेकी:
क्या ड्रोन का इस्तेमाल जेल की सुरक्षा पर नजर रखने के लिए किया गया था? - संदिग्ध गतिविधियां:
क्या ड्रोन के जरिए जेल के अंदर संदिग्ध वस्तुएं पहुंचाने की कोशिश की गई? - अनजाने में गिरना:
कहीं यह किसी शादी समारोह या निजी आयोजन में इस्तेमाल किए जाने वाला ड्रोन तो नहीं, जिसकी बैटरी खत्म होने से वह जेल में गिर गया?
सुरक्षा पर सवाल
हाई सिक्योरिटी जेल में इस तरह ड्रोन का पाया जाना जेल प्रशासन की सुरक्षा तैयारियों पर सवाल खड़े करता है।
- जेल परिसर के आसपास के इलाकों में ड्रोन उड़ाने पर पाबंदी होने के बावजूद यह घटना सुरक्षा में चूक का संकेत है।
- पुलिस प्रशासन ने जेल के आसपास के इलाकों में ड्रोन के उपयोग पर नजर रखने के आदेश दिए हैं।
निष्कर्ष
फिलहाल पुलिस और प्रशासन की संयुक्त जांच जारी है। ड्रोन से संबंधित सटीक जानकारी और इसके उद्देश्य का खुलासा जांच पूरी होने के बाद ही हो पाएगा। इस घटना ने जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर नए सिरे से विचार करने की आवश्यकता को उजागर कर दिया है।
