स्थान: जयपुर, राजस्थानतारीख: 9 अप्रैल 2025 हिट एंड रन केस: प्रशासन ने मुआवजा और नौकरी का दिया भरोसा Jaipur के नाहरगढ़ रोड थाना क्षेत्र में सोमवार रात एक तेज रफ्तार एसयूवी ने सड़क पर चल रहे लोगों को कुचल दिया। इस हिट एंड रन हादसे में तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दर्जनभर से अधिक लोग घायल हो गए। घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल बन गया। मृतकों के परिजन नाहरगढ़ थाने के बाहर धरने पर बैठ गए और न्याय व मुआवजे की मांग की। प्रशासन और परिजनों में बनी सहमति प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के हस्तक्षेप के बाद अब मुआवजे को लेकर सहमति बन गई है। समझौते के अनुसार: जल्द ही इस सहमति की आधिकारिक घोषणा भी की जाएगी। धरना स्थल पर भारी भीड़, जनप्रतिनिधि मौके पर मौजूद फिलहाल घटनास्थल पर सांसद मंजु शर्मा और विधायक बालमुकुंद आचार्य मौजूद हैं। वहीं, पुलिस प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहा है। क्या था मामला? सोमवार रात जयपुर के नाहरगढ़ रोड पर एक सफेद एसयूवी तेज रफ्तार में आई और सड़क किनारे खड़े लोगों को कुचलती चली गई।इस दर्दनाक घटना में तीन लोगों की मौत हो गई और 12 से अधिक लोग घायल हुए।पुलिस ने इस हादसे के आरोपी उस्मान खान को गिरफ़्तार कर लिया है। आरोपी के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है और मामले की जांच जारी है।
स्थान: Jaipur, राजस्थानतारीख: 8 अप्रैल 2025 ट्रेलर ने बचाई बाइक, खुद गिरा पुलिया से मंगलवार शाम को जयपुर के अजमेर-दिल्ली एक्सप्रेस हाईवे पर एक बड़ा सड़क हादसा हुआ। कारों से भरा ट्रेलर, जो मुंबई से गुड़गांव जा रहा था, नांगल पुलिया के पास सामने आई एक बाइक को बचाने के प्रयास में पुलिया से नीचे सर्विस रोड पर जा गिरा। चालक और खलासी गंभीर रूप से घायल हादसे में ट्रेलर का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। चालक और खलासी दोनों घायल हो गए। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत पश्चिम थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और क्रेन की मदद से ट्रेलर को हटाया तथा ट्रैफिक को सामान्य किया। बड़ा हादसा टला, नहीं था कोई वाहन सर्विस रोड पर सौभाग्य से जब ट्रेलर सर्विस रोड पर गिरा, उस समय कोई राहगीर या वाहन मौजूद नहीं था, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। ट्रेलर में कई नई कारें लदी हुई थीं, जो हादसे में क्षतिग्रस्त हो गई हैं। पुलिस कर रही है हादसे की जांच पुलिस का कहना है कि हादसा बाइक को बचाने के प्रयास में हुआ। अब यह जांच की जा रही है कि बाइक सवार कहां से आया और क्या वह ट्रैफिक नियमों का पालन कर रहा था या नहीं।
Waqf संशोधन विधेयक को संसद के दोनों सदनों से पारित किए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे सामाजिक-आर्थिक न्याय और समावेशी विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। उन्होंने कहा कि इस विधेयक से उन लोगों को विशेष रूप से मदद मिलेगी, जो दशकों से हाशिये पर रहे हैं और जिन्हें आवाज और अवसर दोनों से वंचित रखा गया। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि वक्फ प्रणाली लंबे समय से पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी का प्रतीक रही है। इसका सबसे ज्यादा नुकसान मुस्लिम महिलाओं, गरीब मुसलमानों और पसमांदा तबकों को हुआ है। संसद से पारित नया कानून इस स्थिति को बदलने का प्रयास है, जो पारदर्शिता को बढ़ावा देगा और लोगों के अधिकारों की रक्षा करेगा। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि यह विधेयक एक ऐसे युग की शुरुआत करेगा जिसमें प्रशासनिक ढांचा आधुनिक, उत्तरदायी और सामाजिक न्याय के प्रति संवेदनशील होगा। उनका कहना था कि यह कदम भारत को एक मजबूत, समावेशी और दयालु राष्ट्र बनाने में मदद करेगा, जहां हर नागरिक की गरिमा को प्राथमिकता दी जाएगी। राज्यसभा में 13 घंटे चली चर्चा, सभी संशोधन प्रस्ताव खारिज राज्यसभा में 3 अप्रैल को ‘वक्फ संशोधन विधेयक 2025’ और ‘मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक 2024’ पर करीब 13 घंटे लंबी बहस चली। बहस के बाद हुए मतदान में 128 सांसदों ने विधेयक के पक्ष में और 95 सांसदों ने विरोध में वोट डाला। सभी विपक्षी संशोधन प्रस्ताव ध्वनिमत से खारिज कर दिए गए। लोकसभा से भी मिल चुकी है मंजूरी इससे पहले लोकसभा ने 2 अप्रैल की रात वक्फ संशोधन विधेयक को पारित कर दिया था। लोकसभा में इस पर 12 घंटे से अधिक चर्चा हुई और मतदान में 288 सांसदों ने पक्ष में जबकि 232 ने विरोध में मत दिया। अब यह विधेयक राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद अधिसूचित होकर कानून का रूप ले लेगा। सरकार का दावा है कि यह विधेयक पारदर्शिता लाने के साथ-साथ वक्फ संपत्तियों के बेहतर प्रबंधन की दिशा में अहम भूमिका निभाएगा।
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के गाचीबोवली वन क्षेत्र में पेड़ों की कथित कटाई को लेकर केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने राज्य सरकार को नोटिस जारी कर पेड़ों की कटाई के मामले में तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भी हस्तक्षेप करते हुए पेड़ों की कटाई समेत सभी गतिविधियों पर अगली सुनवाई तक रोक लगा दी है। कोर्ट ने इसे गंभीर मामला बताते हुए 16 अप्रैल को अगली सुनवाई तय की है। संसद के बजट सत्र के दौरान राज्यसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि गाचीबोवली क्षेत्र में लगभग 400 एकड़ भूमि पर पेड़ों की अवैध कटाई हुई है। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि रात के अंधेरे में यह कार्रवाई कर पेड़ों और हरित क्षेत्र को नुकसान पहुंचाया गया है। साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि इससे मोर जैसी कई जंगली प्रजातियों का प्राकृतिक आवास उजड़ गया है। सुप्रीम कोर्ट ने इस विषय में कड़ा संज्ञान लेते हुए तेलंगाना सरकार के मुख्य सचिव से सवाल किया है कि किस मजबूरी के चलते इस तरह की हरित क्षेत्र में छेड़छाड़ की गई। अदालत ने दो सप्ताह के भीतर विस्तृत जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कोर्ट ने चिंता जताई है और राज्य सरकार की कार्रवाई को गलत ठहराया है। इस मुद्दे पर तेलंगाना की विपक्षी पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS) के सांसद रविचंद्र वड्डीराजू ने भी केंद्र सरकार से सवाल किया है कि जब राज्य सरकार पेड़ों की कटाई करा रही है, तो केंद्र इस हरित क्षेत्र की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठा रही है। सरकार और अदालत दोनों के हस्तक्षेप के बाद अब यह देखना होगा कि तेलंगाना सरकार अपने पक्ष में क्या जवाब देती है और पर्यावरण संरक्षण के लिए कौन से कदम उठाए जाते हैं।
आईपीएल 2025 में पंजाब किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच 5 अप्रैल को होने वाले मुकाबले को लेकर क्रिकेट प्रशंसकों में जबरदस्त उत्साह है। मोहाली के मुल्लांपुर क्रिकेट स्टेडियम में होने वाले इस मैच के सभी टिकट बिक चुके हैं, जिससे स्टेडियम हाउसफुल रहेगा। पंजाब किंग्स के हौसले बुलंदपंजाब किंग्स ने अब तक दो मुकाबले जीतकर शानदार प्रदर्शन किया है—- पहला मैच: गुजरात टाइटंस को 74 रन से हराया।- दूसरा मैच: लखनऊ सुपर जायंट्स को 8 विकेट से मात दी। अब टीम अपने होम ग्राउंड मुल्लांपुर में जीत की लय बरकरार रखना चाहेगी। बुधवार शाम पंजाब किंग्स की टीम शहर पहुंच चुकी है और गुरुवार को अभ्यास सत्र में हिस्सा लेगी। वहीं, राजस्थान रॉयल्स की टीम भी गुरुवार को पहुंचेगी और अभ्यास करेगी। नए कप्तान श्रेयस अय्यर का दमदार प्रदर्शनइस सीजन पंजाब किंग्स ने नए कप्तान और कोच के साथ मैदान में उतरने का फैसला किया—- कप्तान: श्रेयस अय्यर- हेड कोच: रिकी पोंटिंग श्रेयस अय्यर अपने प्रदर्शन से अब तक टीम प्रबंधन के फैसले पर खरे उतरे हैं। पहले मैच में गुजरात टाइटंस के खिलाफ नाबाद 97 रन बनाए।दूसरे मैच में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ अर्धशतक जड़कर टीम को जीत दिलाई।टिकट की कीमतें और स्टेडियम में उत्साहमुल्लांपुर में होने वाले इस मुकाबले की सभी टिकटें बिक चुकी हैं, जिनकी कीमतें इस प्रकार थीं—- अपर टियर टिकट: ₹1,250-जनरल टैरेस ब्लॉक: ₹1,750- हॉस्पिटैलिटी लॉन्ज टिकट: ₹6,500 ऑनलाइन टिकट बुकिंग के बाद शहर के विभिन्न काउंटर्स से प्रशंसक अपने टिकट प्राप्त कर रहे हैं। सेक्टर-20 की साई ट्रॉफी एंड स्पोर्ट्स शॉप पर भी टिकट लेने वालों की भीड़ देखी गई। अब 5 अप्रैल को क्रिकेट का रोमांच अपने चरम पर होगा, जब मुल्लांपुर स्टेडियम में चौकों-छक्कों की बरसात होगी और पंजाब किंग्स अपने होम ग्राउंड पर जीत दर्ज करने की कोशिश करेगी।
मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में बहुचर्चित परिवहन घोटाले के मुख्य आरोपी सौरभ शर्मा को कोर्ट से जमानत मिलने के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है। इस फैसले के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी ने गांधी चौक, उमरिया में प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और पुतला दहन किया। कांग्रेस का आरोप: सरकार ने बचाने की कोशिश कीप्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि जिस व्यक्ति के पास से 52 किलो सोना और अरबों की नगदी बरामद हुई थी, उसे इतनी आसानी से जमानत मिलना हैरानी की बात है।कांग्रेस का कहना है कि सरकार ने अदालत में मजबूत पक्ष नहीं रखा, जिससे आरोपी को राहत मिल गई। युवा कांग्रेस अध्यक्ष विजेंद्र सिंह अब्बू ने कहा—”जब एक बड़े घोटाले के आरोपी को इतनी आसानी से जमानत मिल सकती है, तो यह साफ है कि सरकार भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है।” कांग्रेस नेताओं की मांग: हो उच्च स्तरीय जांचप्रदर्शन में शामिल कांग्रेस नेताओं ने सरकार को घेरते हुए कहा कि अगर जल्द से जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो कांग्रेस आंदोलन और तेज करेगी। इस प्रदर्शन में कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिनमें— राजेश शर्मा (जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष)अमृतलाल यादवत्रिभुवन प्रताप सिंहअशोक गौंटिया (प्रवक्ता)शिशुपाल यादव (ब्लॉक अध्यक्ष)संतोष सिंह (सेवादल अध्यक्ष)विजेंद्र सिंह अब्बू (युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष)भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगीकांग्रेस नेताओं ने कहा कि—”यह लड़ाई सिर्फ एक घोटाले के खिलाफ नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ है। जब तक दोषियों को कड़ी सजा नहीं मिलती, संघर्ष जारी रहेगा।” अब देखना यह होगा कि सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है और कांग्रेस का अगला कदम क्या होगा।
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के बीच बयानबाजी का सिलसिला जारी है। गुरुवार को जयपुर से दिल्ली जाते हुए डोटासरा ने एक बार फिर किरोड़ी पर चुटकी ली। क्या कहा डोटासरा ने?मीडिया ने जब किरोड़ी लाल मीणा को लेकर सवाल पूछा, तो डोटासरा ने मजाकिया अंदाज में कहा—”साढ़ू दो तरह के होते हैं, वे दूसरे वाले हैं।”उनका यह बयान सुनकर आसपास मौजूद लोग हंस पड़े। पहले भी कर चुके हैं ऐसा मजाकडोटासरा इससे पहले भी विधानसभा सत्र के दौरान किरोड़ी लाल को अपना साढ़ू बता चुके हैं। हालांकि, वास्तविक रूप से दोनों के बीच ऐसा कोई रिश्ता नहीं है, लेकिन डोटासरा अक्सर इस शब्द का इस्तेमाल करते हैं। दिलचस्प बात यह है कि अब तक किरोड़ी लाल मीणा ने इस बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। किरोड़ी ने सरकार से इस्तीफे की बात कही थी, अब क्या बोले?किरोड़ी लाल मीणा भी इन दिनों चर्चा में हैं। बीते 9 महीनों से वे सरकार से इस्तीफा देने की बात कह रहे थे, लेकिन अब उन्होंने रुख बदलते हुए कहा है कि उन्हें अपने विभाग का काम संभालने के निर्देश मिले हैं। एक सार्वजनिक कार्यक्रम में उन्होंने कहा—”मैं अपने विभाग में ऐसा काम करूंगा, जैसा पहले किसी ने नहीं किया और आगे भी कोई नहीं करेगा।” अब देखना यह होगा कि किरोड़ी इस बयानबाजी पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं या फिर इस मजाक को नजरअंदाज करते हैं।
Ghibli Image: ChatGPT में स्टूडियो घिबली (Studio Ghibli) इमेज जनरेशन फीचर के लॉन्च के बाद से यह फीचर दुनियाभर में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। OpenAI ने 26 मार्च को यह फीचर अपने पेड यूजर्स के लिए लॉन्च किया था, लेकिन जल्द ही यह इतना वायरल हो गया कि कंपनी को इसे फ्री यूजर्स के लिए भी खोलना पड़ा। अब स्थिति यह है कि हर घंटे 10 लाख से अधिक यूजर्स इस फीचर का उपयोग कर रहे हैं, जिससे OpenAI के सर्वर पर भारी दबाव पड़ रहा है। घिबली इमेज जनरेशन का बढ़ता ट्रेंडChatGPT में स्टूडियो घिबली स्टाइल में इमेज जनरेट करने का फीचर शुरू होते ही सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें वायरल होने लगीं। कई यूजर्स ने ट्विटर (अब X), इंस्टाग्राम और रेडिट जैसे प्लेटफॉर्म पर अपनी बनाई हुई घिबली इमेज शेयर कीं, जिससे यह फीचर चर्चा में आ गया। OpenAI के सीईओ सैम अल्टमैन (Sam Altman) ने भी इस ट्रेंड पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने अपने X अकाउंट पर पोस्ट करते हुए बताया कि ChatGPT के 26 महीने के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में यूजर्स किसी एक फीचर का उपयोग कर रहे हैं। यह फीचर इतना लोकप्रिय हो गया कि OpenAI को इसे फ्री यूजर्स के लिए भी उपलब्ध कराना पड़ा। हालांकि, भारी ट्रैफिक को देखते हुए कंपनी ने इमेज जनरेशन की सीमा तय कर दी है। अब कोई भी यूजर एक या दो बार से ज्यादा घिबली इमेज नहीं बना सकता, क्योंकि उसके बाद एरर मैसेज आने लगता है। स्टूडियो घिबली (Studio Ghibli) क्या है?स्टूडियो घिबली एक जापानी एनीमेशन फिल्म स्टूडियो है, जिसकी स्थापना 1985 में मियाजाकी हयाओ (Miyazaki Hayao), इसाओ ताकाहाटा (Isao Takahata), तोशियो सुजुकी (Toshio Suzuki) और यासुयोशी तोकुमा (Yasuyoshi Tokuma) ने की थी। स्टूडियो घिबली की खासियत:हाथ से बनी एनीमेशन पेंटिंग्स: स्टूडियो घिबली कंप्यूटर जनरेटेड एनिमेशन (CGI) का बहुत कम उपयोग करता है और आज भी अधिकतर फिल्में हाथ से बनाई गई चित्रों के जरिए बनाई जाती हैं।हाई-क्वालिटी एनीमेशन: यह स्टूडियो एनिमेशन इंडस्ट्री में अपने अनोखे और डिटेल्ड वर्क के लिए जाना जाता है।लोकप्रिय घिबली फिल्में: नेबर टोटोरो (My Neighbor Totoro, 1988)स्पिरिटेड अवे (Spirited Away, 2001) – ऑस्कर विजेता फिल्महाउल्स मूविंग कैसल (Howl’s Moving Castle, 2004)किकी की डिलीवरी सर्विस (Kiki’s Delivery Service, 1989)प्रिंसेस मोनोनोके (Princess Mononoke, 1997)मियाजाकी हयाओ (Miyazaki Hayao) का योगदान:मियाजाकी हयाओ स्टूडियो घिबली के को-फाउंडर और मुख्य एनीमेटर हैं। उनकी फिल्मों को दुनिया भर में सराहा गया है और वह जापानी कॉमिक सीरीज “मांगा” (Manga) के कलाकार भी हैं। आज जब ज्यादातर एनिमेशन कंप्यूटर से बनाए जा रहे हैं, तब भी मियाजाकी हयाओ की हैंड-ड्रॉन (Hand-Drawn) आर्ट स्टाइल को लोग बेहद पसंद करते हैं। कैसे बना घिबली इमेज जनरेशन इतना लोकप्रिय?OpenAI का घिबली इमेज जनरेशन फीचर सीधे तौर पर स्टूडियो घिबली की कला से प्रेरित है। जब यूजर्स ने इस फीचर का इस्तेमाल करके खूबसूरत घिबली-स्टाइल इमेज बनाईं, तो यह तेजी से वायरल हो गया। अब लोग अपने पालतू जानवर, खुद की तस्वीरें, फैंटेसी कैरेक्टर्स और कई अन्य प्रकार की इमेज घिबली स्टाइल में जनरेट कर रहे हैं। OpenAI की चुनौतियां और सीमाएंघिबली इमेज जनरेशन फीचर की लोकप्रियता के कारण OpenAI को कई नई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है: GPU पर भारी दबाव: OpenAI के GPU (ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट) पर अत्यधिक लोड पड़ रहा है, जिससे इमेज जनरेशन की स्पीड धीमी हो रही है।एरर मैसेज और सर्वर ओवरलोड: कई यूजर्स को इमेज जनरेशन के दौरान एरर मैसेज मिल रहा है।इमेज जनरेशन की सीमा तय करना: OpenAI को फ्री और पेड यूजर्स दोनों के लिए इमेज जनरेशन की लिमिट सेट करनी पड़ी। निष्कर्ष:स्टूडियो घिबली की खूबसूरत एनिमेशन शैली अब ChatGPT के जरिए लोगों की उंगलियों पर है। OpenAI का यह नया फीचर दुनियाभर में जबरदस्त ट्रेंड कर रहा है और हर घंटे लाखों यूजर्स इसका उपयोग कर रहे हैं। हालांकि, भारी ट्रैफिक के कारण OpenAI को कुछ प्रतिबंध लगाने पड़े हैं, लेकिन इससे घिबली इमेज जनरेशन का क्रेज कम नहीं हुआ है। आने वाले समय में यह फीचर और भी बेहतर हो सकता है, जिससे यूजर्स को अधिक कस्टमाइज़्ड और हाई-क्वालिटी इमेज जनरेशन का अनुभव मिलेगा।
Ajmer के केसरगंज इलाके में एक खाद्य सामग्री के गोदाम में शॉर्ट सर्किट के कारण भीषण आग लग गई, जिससे लाखों रुपये का नुकसान हुआ। दमकल विभाग ने दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग लगने की सूचना और बचाव कार्यघटना देर रात करीब तीन बजे की बताई जा रही है, जब लाल कोठी के पास स्थित ‘बंशीराम करतारचंद’ गोदाम में आग लग गई।गोदाम के मालिक मनमोहन सिंह (निवासी अलवर गेट) को घटना की जानकारी मिलने के बाद तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी गई।तेल, शक्कर और अन्य ज्वलनशील खाद्य सामग्री से भरे गोदाम में आग तेजी से फैली, जिससे आसपास के लोग दहशत में आ गए। दमकल विभाग का प्रयासफायर ब्रिगेड की 10 से अधिक गाड़ियां आग बुझाने में लगीं, और दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।आग से गोदाम का पूरा सामान जलकर राख हो गया, जिससे लाखों रुपये की क्षति हुई।गोदाम के अंदर खड़ी तीन गाड़ियों में से दो को सुरक्षित निकाल लिया गया, लेकिन एक बाइक पूरी तरह जल गई। प्रशासन की जांच और सुरक्षा उपायघटना की जानकारी मिलते ही दक्षिण सीओ ओमप्रकाश और क्लॉक टॉवर थानाप्रभारी वीरेंद्र सिंह शेखावत मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया।पुलिस और दमकल विभाग आग के विस्तृत कारणों की जांच कर रहे हैं।प्रशासन ने आग से हुए नुकसान का आकलन करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपाय बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। राहत की बात: कोई जनहानि नहींहालांकि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई। समय पर दमकल विभाग के पहुंचने से आग को फैलने से रोक लिया गया, जिससे आसपास के इलाके सुरक्षित रहे। प्रशासन आग की विस्तृत जांच कर रहा है और भविष्य में सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने की योजना बना रहा है।
Bangkok में भूकंप के झटकों से एक निर्माणाधीन 33 मंजिला इमारत पूरी तरह से धराशायी हो गई। यह इमारत थाईलैंड के राज्य लेखा परीक्षा कार्यालय (SAO) की थी, जिसे चीन समर्थित एक फर्म द्वारा बनाया जा रहा था। इस फर्म के खिलाफ पहले से जांच चल रही थी। इमारत गिरने के बाद चार चीनी नागरिकों को संदिग्ध दस्तावेजों के साथ मौके से हिरासत में लिया गया। पुलिस का कहना है कि ये लोग गुप्त फाइलें हटाने की कोशिश कर रहे थे। उनके पास से 32 संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुए हैं। भूकंप और इमारत का गिरनाशुक्रवार को आए तेज भूकंप के झटकों से यह ऊंची इमारत ढह गई। इस इमारत का निर्माण कार्य तीन साल से चल रहा था और इसकी लागत दो अरब बहत (करीब 45 मिलियन पाउंड) थी। बैंकॉक के गवर्नर ने इस क्षेत्र को आपदा क्षेत्र घोषित कर दिया और बिना अनुमति किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दी गई। चार चीनी नागरिकों की संदिग्ध गतिविधियांमेट्रोपॉलिटन पुलिस ब्यूरो के डिप्टी कमिश्नर, मेजर जनरल नोपासिन पूलस्वात ने बताया कि चारों चीनी नागरिकों को इमारत के पिछले हिस्से से अवैध रूप से 32 दस्तावेज हटाने के आरोप में पकड़ा गया। पहला संदिग्ध व्यक्ति पुलिस को मौके पर मिला और उसने खुद को निर्माण परियोजना का प्रबंधक बताया। उसके पास वैध वर्क परमिट भी था।बाकी तीन चीनी नागरिकों को बाद में हिरासत में लिया गया।इनका दावा था कि वे इटालियन-थाई डेवलपमेंट पीएलसी (ITD) के तहत एक ठेकेदार के लिए काम कर रहे थे और वे बीमा दावे के लिए दस्तावेज लेने आए थे। पुलिस कार्रवाई और आरोपपूछताछ के बाद पुलिस ने चारों संदिग्धों को अस्थायी रूप से रिहा कर दिया, लेकिन उनके खिलाफ निर्माण स्थल में अनधिकृत प्रवेश और दस्तावेज चुराने के आरोप में शिकायत दर्ज कर ली गई। पुलिस ने स्पष्ट किया कि चारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी और इस घटना की गहराई से जांच होगी। चीन का कनेक्शन और विवादSAO भवन के निर्माण का ठेका इटालियन-थाई डेवलपमेंट पीएलसी (ITD) और चाइना रेलवे नंबर 10 (थाईलैंड) लिमिटेड को दिया गया था।चाइना रेलवे नंबर 10 चीन के एक बड़े इंजीनियरिंग समूह की सहायक कंपनी है और इसके पास 49% हिस्सेदारी थी।निर्माण कार्य और गिरने की घटना में चीनी कंपनी की संलिप्तता को लेकर विवाद गहरा गया है।अब यह देखना होगा कि थाईलैंड सरकार और पुलिस इस मामले की जांच को कैसे आगे बढ़ाती है और चीन समर्थित फर्म के खिलाफ क्या कदम उठाए जाते हैं।
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