Author: UmaAbhi
स्वतंत्रता के पश्चात किसान आंदोलन एक ऐतिहासिक आंदोलन था। इसमें पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश सहित देश के सभी प्रदेशों के किसान संगठनों ने आंदोलन में भाग लिया। पहली बार इस आंदोलन में जाति और धर्म नेपथ्य में चला गया था । किसान आंदोलन की आत्मा में हिंदू, मुसलमान, सिख और सभी वर्ग के किसान शामिल थे। इस आंदोलन से अकाली दल, कांग्रेस, भाजपा, बसपा सबको नुकसान हुआ | पंजाब में पहली बार आम आदमी पार्टी की सरकार बनी। किसान आंदोलन की सफलता ने केंद्र सरकार और सभी राजनीतिक दलों के लिए चिंता पैदा कर दी । किसान आंदोलन ने धार्मिक एवं जाति आधार को नुकसान पहुंचाता हुआ नजर आया। इसके बाद खालिस्तान आंदोलन पंजाब में बड़ी तेजी के साथ शुरू हुआ। यह माना जा रहा हैए कि किसान आंदोलन की प्रतिक्रिया स्वरूप, धार्मिक एवं राजनीतिक संगठनों ने अपनी ताकत को पुनः बनाने के लिए अमृतपाल की खालिस्तान की मांग को अप्रत्यक्ष रूप से हवा दी । 28-29 साल का युवक अमृतपाल सोशल मीडिया पर दीप संधू के साथ खालिस्तान आंदोलन को लेकर अपने विचार ज्यादा कट्टरता से रखता था। दीप सिंधु ने किसान आंदोलन के दौरान लाल किले में झंडा फहरा कर अलगाववादी आधारशिला को रखा था। इससे किसान आंदोलन कमजोर पड़ता हुआ नजर आया, इसी बीच दीप संधू की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। आतंकवादियों ने चंदू को शहीद घोषित कर दिया। दीप सिंधु उत्तराधिकार के रूप में अमृतपाल का जन्म हुआ। अमृतपाल दुबई में रहता था। ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय करता था। मौज मस्ती वाली जिंदगी जी रहा था। अलगाववादियों ने सुनियोजित रूप से अमृतपाल को तैयार किया। उसके बाल बढ़वाये गये | भिंडरावाला की तरह उसकी दाढ़ी और पगड़ी इत्यादि लगवाई गई। भिंडरावाला 2 के नाम से उसको पृथक खालिस्तान की मांग से जोड़कर उसे पंजाब लाया गया। भिंडरावाला 977 में सिखों की धर्म-प्रचार की शाखा दमदमी टकसाल का मुखिया बना था। इसकी निरंकारियों से नहीं बनती थी। 978में सिखों और निरंकारी सिखों के बीच में झगड़ा हुआ। इसमें कई निरंकारियों की जान चली गई। आपातकाल के बाद वह 977 के चुनाव में कांग्रेस, पंजाब में बुरी तरह पराजित हुई। केंद्र में जनता पार्टी की सरकार बनी। पंजाब की सत्ता अकाली दल के पास आ गई | इसके बाद कांग्रेस ने भिंडरावाला को अपना समर्थन दिया। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव से भिंडरावाल ने अपने उम्मीदवार खड़े किए। सिखों के बीच भिंडरावाले बड़ी तेजी के साथ लोकप्रिय होने लगा । 980 में जनता दल की सरकार गिरने के बाद पंजाब के चुनाव हुए | कांग्रेस के नेतृत्व में दरबारा सिंह ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। कांग्रेस का समर्थन पाकर भिंडरावाला काफी उग्र हो गया । उसके पास धार्मिक एवं राजनैतिक ताकत आ गई थी। १982 में भिंडरावाला और अकाली साथ आगए।१973 के आनंदपुर साहिब प्रस्ताव की मांग ने तूल पकड़ा | तब तक कांग्रेस की पकड़ से भिंडरावाला पूरी तरह से बाहर निकल चुका था। सिखों का एक तबका भिंडरावाले को भगवान का दर्जा देने लगा। आईपी आटवाल अधिकारी एएसआई वालों की स्वर्ण मंदिर की सीढ़ियों में हत्या कर दी गई | एक बस में सवार 6हिंदुओं की हत्या की गई। पंजाब केशरी के मालिक लाला जगत नारायण की हत्या कर दी गई। हरमंदर साहब परिसर में बड़ी मात्रा में हथियार जुटाने भिंडरावाला ने शुरू कर दिए। 983 में भिंडरावाला ने समर्थकों के साथ अकाल तख्त पर कब्जा जमा लिया। भिंडरावाला ताकत की नशे में इतना चूर हो गया था, कि केंद्र सरकार को उसके खिलाफ ऑपरेशन ब्लू स्टार के तहत कार्रवाई करनी पड़ी। अकाल तख्त से करने का काम राजनैतिक एवं धार्मिक शह पर शुरू किया गया है। किसान आंदोलन के कारण पंजाब में सिखों का दबदबा खत्म होकर किसान सगठनों का दबदबा बनने लगा था। सभी जाति समुदाय के लोग किसान संगठन के साथ जुड़ रहे थे। किसान आंदोलन ने केंद्र सरकार की नीव हिला कर रख दी थी | पिछले कुछ महीनों में मीडिया ने जिस तरीके से अमृतपाल को हाथों हाथ लिया है। अमृतपाल को भिंडरावाले की तरह ताकतवर छवि के साथ पेश किया जा रहा है। वर्तमान में मीडिया किसके इशारे पर काम करता है। यह सभी जानते हैं अमृतपाल की गिरफ्तारी और फार होने की खबरों को जिस तरीके से मीडिया ने कबर किया है। निकालने के लिए सेना का इस्तेमाल करना पड़ा | भिंडरावाले ने इतने हथियार जमा कर लिए थे, कि वह घंटों सेना के साथ मुकाबला करता रहा। इस ऑपरेशन 83 सेना के जवान शहीद हुए थे । किसान आंदोलन के बाद एक बार फिर खालिस्तान आंदोलन की मांग को अप्रत्यक्ष रूप से तेज उसके बाद यह आशंका जन्म लेने लगी हैए कि जिस तरह से इंदिरा गांधी ने कभी भिंडरावाला का सहारा लेकर पंजाब की राजनीति और पंजाब की सत्ता में बना रहने की जो कोशिश की थी। इस कोशिश में इंदिरा गांधी को अपनी द जान भी गवाना पड़ी ।
अजमेर»संवाददाता। राज्य की जनकल्याणकारी और महंगाई से राहत दिलाने वाली योजनाओं को के साथ एक-एक महंगाई राहत कैंप लगेगा । शहरी क्षेत्रा में प्रत्येक नगर पालिका स्तर पर एक, नगर परिषद स्तर परलेकर जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 24 अप्रेल से 30 जून तक प्रशासन गांवों व शहरों के संग अभियान के 2 एवं नगर निगम स्तर पर 4 महंगाई राहत कैंप लगाए जाएंगे ।साथ-साथ महंगाई राहत कैंप लगेंगे। इनमें आमजन और वंचित वर्ग को जनोपयोगी घोषणाओं के बारे में शिविरों में ये मिलेंगी राहतें:-जानकारी देकर पात्राता अनुसार योजनाओं से जोड़ा जाएगा । पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग की ओर से इन शिविरों में मुख्यमंत्री गैस सिलेंडर योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्क बिजली योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्कप्रशासन गांवों के संग अभियान तथा नगरीय विकास, आवासन एवं स्वायत्त शासन विभाग की ओर से प्रशासन अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना, महात्मा गांधी नरेगा, इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशनयोजना, पालनहार योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना तथा मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजनाजिला कलक्टर अंश दीप ने वीडियो क्रॉन्फेंसिग के जरिए अधिकारियों को इस संबंध में दिशा निर्देश सहित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी जाएगी । शिविरों में 30 विभागों की सेवाएं भी मिलेंगी साथ | ही आमजनदिए | उन्होंने बताया कि जिले की सभी 325 ग्राम पंचायतों में प्रशासन गावों के संग अभियान और शहरी वा्डों में को मौके पर ही योजनाओं का लाभ मिलेगा । शिविरों में जनाधार कार्ड में सम्मिलित कोई भी वयस्क सदस्य पात्राताप्रशासन शहरों के संग अभियान के 2 दिवसीय शिविरों का आयोजन होगा इन शिविरों में महंगाई राहत कैंप के अनुसार पंजीकरण भी करा सकता है। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रथम श्री राजेन्द्र संह सहित अन्यशहरों के संग अभियान आयोजित होंगे।विशेष काउंटर भी लगाए जाएंगे | ग्रामीण क्षेत्रा में प्रत्येक पंचायत समिति स्तर पर प्रशासन गांवों के संग अभियान अधिकारी उपस्थित रहे ।
सव 2023 के समापन सत्र में विधायक वासुदेव देवनानी, नगर निगम के आयुक्त सुशील कुमार, अजमेर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक एन. एस. निर्वाण ने भी योग किया। इस दिन थायराइड एवं मधुमेह की बीमारियों से संबंधित योग कराए गए। विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि संस्कृति मंत्रालय, रामचंद्र मिशन हार्टफुलनेस संस्थान, जिला प्रशासन एवं नगर निगम के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय योग महोत्सव के आयोजन का अजमेरवासियों ने लाभ उठाया है। इससे नागरिकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा। आधुनिक जीवन शैली में योग जीवन की एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है। जीवन शैली आधारित व्याधियों का उपचार योग के द्वारा आसानी से किया जा सकता है। नियमित योग करने वाला व्यक्ति कम बीमार होता है। इस कारण दवा की आवश्यकता भी कम रहेगी। योग करने वाले व्यक्ति के जीवन में स्वास्थ्य के साथ-साथ शांति भी रहती है। उन्होंने कहा कि योग एक नियमित अभ्यास है। कुछ दिनों के लिए योग करने से अपेक्षित परिणाम प्राप्त नहीं होते हैं। योग का चमत्कार देखने के लिए अजमेर /संवाददाता। योग इसे दिनचर्या का भाग बनाना होगा। स्वामी रामदेव ने विभिन्न स्थानों पर शिविर लगाकर योग की भारत में पुर्नस्थापना की है। साथ ही भारत सरकार द्वारा विश्व योग दिवस को मान्यता दिला कर विश्व पटल पर योग को स्थान दिलाया है। हर दिल ध्यान, हर दिन ध्यान को अपनाकर व्यक्ति स्वस्थ शतायु जीवन व्यतीत कर सकता है। शारीरिक स्वास्थ्य से मानसिक स्वास्थ्य की प्राप्ति की जा सकती है। ब्राइटर माइंड है एकाग्रता का अंतिम आयाम उन्होंने कहा कि ब्राइटर माइंड के प्रशिक्षित बच्चों ने अद्धत कौशल का प्रदर्शन किया है। योग के माध्यम से बच्चों की एकाग्रता बढ़ाई गई है। एकाग्रता के नियमित अभ्यास से बच्चों में इस कौशल का विकास किया गया है। हम कह सकते हैं कि ब्राइटर माइंड एकाग्रता का अंतिम आयाम है। उच्च सुरक्षा कारागार के अधीक्षक पारसमल जांगिड़ ने कहा कि योग से जेल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के प्रशिक्षणार्थियों एवं उच्च सुरक्षा कारागार के बंदियों को भी जोड़ा जाएगा। इससे उनका शारीरिक एवं मानसिक विकास सुनिश्चित होगा। साथ ही आध्यात्मिकता की दिशा में आगे बढ़ने से उनमें सकारात्मकता विकसित होगी। योग महोत्सव के आयोजन समन्वयक के.के. शर्मा आईएएस (सेनि)ने बताया कि ब्राइटर माइं प्रशिक्षक नेहा कपूर के मार्गदर्शन में बच्चों ने आंखों पर पट्टी बांधकर लिखा हुआ पढ़ा । जगदीश नारायण विजयवर्गीय अपने घर से कैरी बैग लाए। उस पर लिखे स्लोगन सुदर्शन को पढ़ने के लिए दिए गए। सुदर्शन में दोनों सस्लोगन सही पढ़े। होनिषा पारीख को एक आई कार्ड दिया गया था। उसने उसमें तस्वीर, रंग तथा मुद्रित सामग्री पढ़कर सुनाई। प्रतीक वर्मा को विधायक वासुदेव देवनानी ने अपने पर्स में से निकाल कर 500 का नोट दिया। इसकी राशि तथा नोट का नंबर बता दिया। इसी प्रकार मनन को एक विजीटिंग व दिया गया। साड़ी पहनी हुई महिला का चित्रा कार्ड का रंग आदि जानकारी बता दी। उन्होंने बताया कि थायराइड और डायबिटीज (मधुमेह) से संबंधित योग, आसन एवं प्राणायाम योग इंस्ट्रक्टर श्री नितेंद्र उपाध्याय के दल द्वारा करवाए गए। मधुमेह रोग के कारणों का निवारण करने में उपयोगी अर्धमत्स्येंद्रासन एवं मंडूकासन। का अभ्यास करवाया गया। प्रतिभागियों ने सिंहासन जैसे आसन थायराइड के लिए किए। समापन सत्रा में 2 हजार 379 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
अभी तक देश के विद्यालयों व महाविद्यालयों में वही पढ़ाया जाता, जो शिक्षा पाठ्यक्रमों का अंग रहा, किंतु अब देश की नई पीढ़ी का भविष्य तय करने वाली शिक्षा को भी राजनीति का अंग बनाया जा रहा है और अब देश की भावी पीढ़ी वहीं पढ़-जान पाएगी, जो आज के राजनेता चाहेंगे नई , पीढ़ी को आजादी के बाद से अब तक के उन घटनाक्रमों के आवश्यक घटनाक्रमों से वंचित रखने की तैयारी कर ली गई है, जो देश के काले राजनीतिक इतिहास को समेटे हुए हैं और जिन से वह राजनीति जुड़ी है, जो आज देश की कर्णधार बनी हुईं है, जी…., अब नई पीढ़ी ना तो गांधी हत्याकांड के संदर्भ को जान पाएगी और ना ही गुजरात के 20 साल पुराने दंगों की दुखद दास्तान । अब तो बच्चे वही जान पाएंगे जो आज की राजनीति और उनके कर्णधारों को पसंद होगा, फिर वह चाहे देश के हित में हो या ना हो? इसी तरह उत्तर प्रदेश की मौजूदा सरकार ने प्रदेश के बच्चों को मुगलों के इतिहास की जानकारी से वंचित रखने का फैसला लिया है। यह बदलाव खासकर ॥॥वीं तथा 42वीं कक्षा के मौजूदा राजनीति शास्त्र विषय की पुस्तकों में करने का निश्चय किया गया है। यही नहीं उत्तर प्रदेश में तो दसवीं के पाठ्यक्रम में भी कई बदलाव किए गए हैं। वहां द्य गांधीजी की हिंदू-मुस्लिम एकता को भी पाठ्यक्रम से बाहर कर दिया गया है । मुझे याद है जब हम पढ़ते थे तो आठवीं से लेकर 2वीं कक्षा तक के इतिहास व राजनीति शास्त्र के पाठ्यक्रम में पिछले 500 से भी अधिक के शासकों का इतिहास शामिल था। प्लासी, पानीपत, 857 का स्वतंत्रता संग्राम तथा महाराणा प्रताप शिवाजी तो ठीक, राजा विक्रमादित्य पाठ्यक्रम के अंग थे, किंतु अब आज की सत्ता से जुड़े विगत प्रसंगों को बच्चों के पाठ्यक्रमों से हटाने का फैसला लिया गया है, अब बच्चे ना तो गांधीजी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के संघ के संबंधों की जानकारी हासिल कर पाएंगे और ना अयोध्या की विवादित बाबरी मस्जिद और पुरातन राम मंदिर के बारे में कुछजान पाएंगे। अर्थात मौजूदा सरकार भारतीय राजनीतिक इतिहास के उन प्रसंगों को पाठ्यक्रम से हटाने जा रही है, जो देश की नई युवा पीढ़ी की जानकारी के लिए जरूरी थे? इन पाठ्यक्रमों को तय करने वाली राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद ( एनसीईआरटी ) ने हाल ही में अब तक 2वीं की कक्षा के राजनीतिक इतिहास में पाढ़ाया जाने वाला गांधी जी की हत्या के घटनाक्रम से जुड़ा अंश हटा दिया और अब देश की नई पीढ़ी गांधी हत्या के घटनाक्रमों को ना ही जान पाएगी साथ ही पाठ्यक्रम निर्धारण करने वाली इस इकाई ने गुजरात दंगों, मुगल दरबार, आपातकाल, शीतयुद्ध, नक्सल आंदोलन आदि के भी कुछ अंशों को पाठ्यक्रमों से हटाया है और इसके लिए सफाई दी जा रही है कि कोविड-9 महामारी के मद्देनजर यह महसूस किया गया कि छात्रों पर पाठ्यक्रमों का बोझ अधिक है, उसे कम किया जाना था, इसलिए यह सब पाठ्यक्रमों से हटाया गया। मौजूदा सत्तारूढ़ राजनेताओं द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में प्रवेश कराई गई इस राजनीति से देश के राजनीतिक क्षेत्र में खलबली सी मच गई है तथा विपक्षी दलों ने इस प्रयास को तीखी आलोचना करते हुए इसे क्रूर राजनीतिक फैसला बताते हुए देश की नई पीढ़ी को आवश्यक जानकारी से वंचित रखने की कोशिश बताया है। सम्पादक उमाकांत जोशी
अजमेर (जसं) | राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा सत्र 2023- 24 के लिए माध्यमिक, उच्च माध्यमिक एवं प्रायोगिक परीक्षाओं का कार्यक्रम जारी किया गया है। उच्च माध्यमिक स्तर की परीक्षाएं 29 फरवरी से तथा माध्यमिक स्तर की परीक्षाएं 7 मार्च से शुरू होगी। इसी तरह नियमित परीक्षार्थियों की प्रायोगिक परीक्षाएं 8 जनवरी से ॥4 ‘फरवरी तक तथा स्वयंपाठी परीक्षार्थियों की प्रायोगिक परीक्षाएं 5 फरवरी से 20 ‘फरवरी के मध्य सम्पादित होगी। शनिवार को जयपुर में शिक्षा मंत्री श्री मदन दिलावर की अध्यक्षता में आयोजित हाईपावर कमेटी की मीटिंग में परीक्षा व प्रायोगिक परीक्षा की तिथियों को मंजूरी दी गई। बोर्ड सचिव श्रीमती मेघना चौधरी ने बताया कि उच्च स्तर से अनुमति के बाद परीक्षा का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। इसके अनुसार उच्च माध्यमिक स्तर पर परीक्षाएं 29 फरवरी से 04 अप्रेल तक आयोजित की जाएगी। सभी परीक्षाएं प्रात: 08 30 से पूर्वाह्न 44.45 बजे तक होगी। उच्च माध्यमिक स्तर पर परीक्षाओं के पहले दिन गुरुवार, 29 ‘फरवरी को मनोविज्ञान विषय कोड (9) की परीक्षा होगी। इसी तरह शुक्रवार, 0। मार्च को लोक प्रशासन (06) , शनिवार, 02 मार्च को कम्प्यूटर विज्ञान (03)/ इन्फोरमेटिक्स प्रेक्टिसिस (04) की परीक्षा होगी । इसके बाद सोमवार, 04 मार्च को अंग्रेजी अनिवार्य (02), मंगलवार, 05 मार्च को कंठसंगीत (6)/नृत्य कत्थक (59)/वाद्य संगीत (तबला-63), (पखावज-64), (सितार-65) , (सरोद-66), (वाईलिन-67), (दिलरूबा-68 ), (बांसुरी-69) , (गिटार- 70) , बुधवार, 06 मार्च संस्कृत साहित्य (2)/संस्कूत वाड्मय (94), शनिवार, 09 मार्च को भूगोल (4)/ लेखाशास्त्र (30)/भौतिक विज्ञान (40) की परीक्षा होगी। इसी तरह सोमवार, मार्च को चित्रकला (7), बुधवार, 3 मार्च को हिन्दी अनिवार्य (04) , शुक्रवार, 5 मार्च को अंग्रेजी साहित्य (20) /टंकण लिपि (हिन्दी) (34) की परीक्षा होगी। टंकण लिपि का प्रश्न पत्र प्रात: 09.00 बजे प्रारंभ किया जाएगा। इसी तरह शनिवार, ॥6 मार्च को दर्शनशास्त्र (85)/ सामान्य विज्ञान (56) , सोमवार, 8 मार्च को इतिहास (3)/व्यवसाय अध्ययन (3१)/कृषि रसायन विज्ञान (38 )/रसायन विज्ञान (4), बुधवार, 20 मार्च को पर्यावरण विज्ञान (64 ) , गुरुवार, 24 मार्च को राजनीति विज्ञान ()/भूविज्ञान (43)/कृषि विज्ञान (84) की परीक्षा होगी। शनिवार, 23 मार्च को गणित (१5) , मंगलवार, 26 मार्च को गृह विज्ञान (१8) , बुधवार, 27 मार्च को शारीरिक शिक्षा (60), गुरुवार, 28 मार्च को अर्थशास्त्र (0)/शीघत्र लिपि-हिन्दी (32)/शीघ्र लिपि अंग्रेजी (33)/कृषि जीव विज्ञान (39)/जीव विज्ञान (42), शनिवार, 30 मार्च को ऋवेद (44 )/शुक्ल यजुर्वेद (45)/कृष्ण यजुर्वेद (46)/ सामवेद (47)/अथर्ववेद (48)/नन््याय दर्शन (49)/वेदान्त दर्शन (50)/मीमांसा दर्शन (5)/जैन दर्शन (52)/निम्बार्क दर्शन (53)/वल्लभ दर्शन (54)/सामान्य दर्शन (55)/रामानन्द दर्शन (57)/ व्याकरण शास्त्र (86)/साहित्य शास्त्र (87)/पुराणेतिहास (88 )/धर्मशास्त्र (89 )/ज्योतिष शास्त्र (90)/सामुद्रिक शास्त्र (9व )/वास्तुविज्ञान (92 )/पौरोहित्य शास्त्र (93) की परीक्षा होगी। इसी तरह सोमवार, 0 अप्रेल को हिन्दी साहित्य (2)/उर्दू साहित्य (22)/सिन्धी साहित्य (23)/गुजराती साहित्य (24)/पंजाबी साहित्य (25)/ राजस्थानी साहित्य (26 )/फारसी (27)/ प्राकृत भाषा (28 )/टंकण लिपि ( अंग्रेजी ) (35) की परीक्षा होगी । टंकण लिपि का प्रश्न पत्र प्रातः 09.00 बजे प्रारम्भ किया जाएगा। बुधवार, 03 अप्रेल को समाजशास्त्र (29) एवं गुरूवार, 04 अप्रेल को ऑटोमोटिव (0)/सौंदर्य एवं स्वास्थ्य (02)/स्वास्थ्य देखभाल (03)/सूचना प्रौद्योगिकी व सूचना प्रौद्योगिकी की समर्पित सेवा? ([]’ & [68) (१04)/फुटकर बिक्री (05)/ ट्रेवल एण्ड ट्यूरिज्म (06)/परिधान निर्मित वस्त्र और गृह सज्जा (08)/ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रोनिक्स (09)/ सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली (कृषि) (0)/ प्लम्बर ()/टेलिकॉम (१2) की परीक्षा होगी। माध्यमिक स्तर पर परीक्षाएं 7 मार्च से 30 मार्च तक आयोजित होगी। सभी परीक्षाएं प्रात: 08 .30 से पूर्वाह्न 44.45 बजे तक होगी। पहले दिन गुरुवार, 7 मार्च को अंग्रेजी विषय कोड (02) की परीक्षा होगी। इसी तरह मंगलवार, 2 मार्च को हिन्दी (0) , शनिवार, 6 मार्च को सामाजिक विज्ञान (08), बुधवार, 20 मार्च को विज्ञान (07) , शुक्रवार, 22 मार्च को ऑटोमोटिव (04 )/सौंदर्य एवं स्वास्थ्य (02)/स्वास्थ्य देखभाल (03)/सूचना प्रौद्योगिकी व सूचना प्रौद्योगिकी की समर्पित सेवा? (ड्ूञ् & छुझदूह्म ) (04) , फुटकर बिक्री (05)/ ट्यूरिज्म एण्ड हॉस्पिटलिटी (06 )/निजी सुरक्षा (07 )/परिधान निर्माण, वस्त्र और गृहसज्जा (08)/इलेक्ट्रोनिक्स एंड हार्डबेयर (09)/कृषि (0)/प्लम्बर (११)/टेलीकॉम (१2)/बैंकिंग ‘फाईनेशियल सर्विस एण्ड इन्श्योरस (१3)/कन्स्ट्रक्शन (44)/फूड प्रोसेसिंग (5) की परीक्षा होगी। इसी तरह शनिवार, 23 मार्च को संस्कृतम् (प्रथम प्रश्न पत्र) (95/ १), बुधवार, 27 मार्च को गणित (09) एवं शनिवार, 30 मार्च को तृतीय भाषा- संस्कृत (7)/उर्दू (72)/गुजराती (73)/ सिन्धी (74)/पंजाबी (75), संस्कृतम् (द्वितीय प्रश्न पत्र) (95/2) की परीक्षा होगी।
अजमेर (जसं) । महान् सूफी संत हजूरत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के 872वें उर्स के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की तरफ से मखमली चादर और अकीदत के फूल पेश किए गए। केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्यमंत्री श्रीमती स्मृति जुबीन ईरानी के कुशल नेतृत्व में प्रधानमंत्री आवास पर मुस्लिम प्रतिनिधि मंडल को यह चादर सौंपी गई थी। प्रतिनिधि मंडल दरगाह शरीफ लेकर पहुंचा। यह प्रधानमंत्री श्री मोदी की दसवीं चादर है। धान मंडी से ख्वाजा साहब के नारों और मन््कबतों के बीच कव्वाली के साथ चादर के जुलूस में बड़ी संख्या में अकीदतमंदो ने हिस्सा लिया। चादर फूलों की छतरी तले चली। प्रतिनिधि मंडल का दरगाह शरीफ के निजाम गेट पर दरगाह कमेटी दरगाह ख्वाजा साहब अजमेर के नाजिम एवं 6 सी 2. मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री लियाकत स्वागत किया गया। 0: सा इसके बाद दल एतेहासिक दरवाजे से आस्ताना शरीफ पहुंचा | जहां कक हु कटा चिश्ती के माध्यम से पेश किया गया। है। चादर पेश करने के बाद अहाता-ए-नूर पर प्रधानमंत्री की तरफ से भेजी गई अली अफाकी द्वारा गुलदस्ता भेंट कर बुलन्द दरवाजे से होता हुआ जन्नती चादर को श्री जमाल चिश्ती ने मजार शरीफ पर खादीम श्री सैयद अफशान में मुल्क में अमन चैन और खुशहाली के साथ देश के विकास, समृद्धि, भाईचारे, इन्सानियत एवं उन्नति की दुआ की गई। कव्वाली, राजस्थान कलाम कृपा करो महाराज पेश किया गया। बुलन्द दरवाजे पर प्रधानमंत्री का संदेश श्री सलमान चिश्ती द्वारा पढ़ा , गया। प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में . विश्वभर में ख्वाजा साहब के अनुयायियो “को उर्स की बधाई दी। इसके साथ ही कहा कि साधु संतो ने अपने जीवन में सीधी राह चलने का जो पैगाम दिया इसे ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती ने ओर समृद्ध किया। प्रधानमंत्री का मानना है कि ख्वाजा साहब का उर्स भारतीय संस्कृति की विविधता और मान्यता के उत्सव के रूप में मनाना समाज में आपसी जुड़ाव को और मजबूत करता है। आज देश गौरवशाली विरासत के साथ एक भव्य और विकसित भारत की ओर अग्रसर है। दरगाह कमेटी ने किया दल का स्वागत-प्रधानमंत्री की तरफ से चादर पेश करने के बाद प्रतिनिधि मंडल का नाजिम कार्यालय में केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय भारत सरकार के अधीन दरगाह कमेटी दरगाह ख्वाजा साहब के नाजिम एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री लियाकत अली आफाकी द्वारा दस्तार बांधकर सम्मान किया गया और सभी को तर्बरूक दी गई। यह रहे सम्मिलित- श्री जमाल सिद्दीकी राष्ट्रीय अध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा भाजपा, श्री एस. एम. अकरम राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, श्रीमति कौसर जहां चेरयमैन दिल्ली स्टेट हज कमेटी, श्री शादाब शम्स चैयर मैन उत्तराखंड वक््फ बोर्ड, श्रीमति मेहरूज्निसा टांक पूर्व अध्यक्ष राजस्थान मदरसा बोर्ड जयपुर, श्री यासिर जिलानी राष्ट्रीय प्रवक्ता, श्री ‘फहीम सैफी प्रभारी जम्मू कश्मीर, श्री कमाल बाबर, राष्ट्रीय सह-प्रभारी, श्री बब्लूमंसूरी, श्री वसीम वारसी, श्री सूफी शेर अली, श्री सूफी नदीम मियां सज्जादानशनीन दरगाह, शब्बीर मियां, श्री वहरोज, श्री मौलाना आरिफ, श्री मौलाना रमजान मिया, श्री कारी अली मोहम्मद, श्री गुलफाम शेख, श्री आबिद अली चौधरी, श्री हाजी अबरार, श्री राजा अमान, श्री रठफ अहमद एवंडॉ .असलमसहित सूफी संवाद अभियान की राष्ट्रीय टीम उपस्थित थी।
अजमेर (जसं) । पशु करुरता जिला कलक्टर श्री लोकेश कुमार गौतम की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई | अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री लोकेश कुमार गौतम ने कहा कि जज, सरकार ने निर्देशानुसार आयोजित होनी चाहिए। समिति का बैंक खाता खुलवाने के संबंध में निर्देश प्रदान किए गए। आगामी 34 जनवरी तक पशु कल्याण ‘पखवाड़ा मनाया जा रहा है। पखवाड़े के दौरान की गई गतिविधियों की समिति के द्वारा समीक्षा की जाएगी। इस दौरान गौशालाओं सहित विभिन्न स्थानों पर टीकाकरण एवं उपचार की समुचित व्यवस्थाएं की जाएं एवं क्षेत्र अनुसार दल बनाए जाएं । उन्होंने कहा कि अजमेर को रेबीज मुक्त करने के लिए कार्ययोजना बनाई जाए। श्वानों को पकड़कर नियमित टीकरकण एवं बन्धाकरण की कार्यवाही की जाएगी | विभिन्न स्थानों पर संचालित अवैध बूचड़खानों को नियंत्रित करने की कार्यवाही की जाए। इनका सर्वे करवाकर कार्यवाही की जाएगी। संबंधित निकाय एवं पुलिस के संयुक्त दल द्वारा अवैध बूचड़खाने हटाने के साथ ही संबंधित व्यक्तियों को पाबंद भी किया जाएगा। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री जगदीश प्रसाद गौड़, ‘पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. नवीन परिहार, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस .एस. जोधा, जेएलएन के उप अधीक्षक डॉ. शालिनी मीणा, चिकित्सा विभाग की एसएमओ डॉ. स्वीटी मीणा, पशुपालन विभाग के डॉ. सुनील घीया, डॉ. दीपक गुप्ता, डॉ. साकेत पाठक एवं सदस्य उपस्थिति थे।
अजमेर (जसं)। शिक्षा मंत्री श्री मदन दिलावर ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं होगी। इनका संचालन पारदर्शी तरीके से करने तथा नकल की रोकथाम के लिए हर सम्भव प्रभावी कदम उठाए जाएं। श्री दिलावर शासन सचिवालय में उच्चाधिकार समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कार्यप्रणाली, परीक्षाओं के संचालन सम्बंधी व्यवस्थाओं और प्रोटोकॉल से सम्बंधी प्रजेंटेशन के दौरान अधिकारियों को ये निर्देश दिए | उल्लेखनीय है कि प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की उच्च माध्यमिक, उच्च माध्यमिक (व्यावसायिक) एवं वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षाएं 29 फरवरी 2024 तथा माध्यमिक, माध्यमिक (व्यावसायिक) एवं प्रवेशिका परीक्षाएं 07 मार्च 2024 से प्रारम्भ होना प्रस्तावित है। बैठक में इसके टाइम टेबिल का अनुमोदन किया गया। शिक्षा मंत्री ने कहा कि परीक्षाओं में नकल को रोकने के लिए सभी परीक्षार्थियों के लिए यह स्पष्ट गाइडलाइन जारी की जाए कि वे परीक्षा केन्द्र पर क्या-क्या चीजें लेकर आ सकते है और क्या नहीं । किसी भी कीमत पर नकल नहीं हो इसके लिए सभी प्रकार की आवश्यक सावधानी बरती जाए। उन्होंने कहा कि जिन कार्मिकों के खिलाफ पहले से आरोप हो, विभागीय जांच प्रस्तावित हो या जिनको ब्लैक लिस्ट किया गया है, उनको परीक्षाओं से जुड़ी कोई जिम्मेदारी नहीं दी जाए। वहीं आगे से जो कार्मिक परीक्षाओं में गड़बड़ी में संलिप्त पाया जाए, उससे परीक्षार्थियों को हुए नुकसान का मूल्यांकन धन के रूप में किया जाए और दोषियों से वह राशि वसूलने की व्यवस्था भी की जाए उन्होंने कहा कि परीक्षाओं की शुचिता को बनाए रखने के लिए सीसीटीवी कैमरों, वीडियोग्राफी और माइक्रोआब्जर्वर के जरिए परीक्षा केन्द्रों की मॉनिटरिंग की जाए। उन्होंने केन्द्रों पर बालक-बालिकाओं के लिए पृथक से स्वच्छ टॉयलेट्स की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। श्री दिलावर ने कहा कि परीक्षाओं के बाद जिन वीक्षक/परीक्षकों द्वारा कॉपी जांच की जाती है, उनके लिए जांच के बाद कॉपी पर कार्य पूर्ण होने का समय लिखने की गाइडलाइन जारी की जाए। इसके साथ कॉपी जांच का कार्य पूर्ण होने के दिन ही परीक्षार्थियों के अंक भेजना सुनिश्चित हो। उन्होंने परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद उत्तीर्ण विद्यार्थियों को जिन छात्रवृतियों का लाभ मिलता है, उनको शीघ्रता से जारी कराने के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग एवं अन्य सम्बंधित विभाग या एजेंसीज से समन्वय करते हुए एक ही छत के नीचे छात्रवृति के प्रकरणों का समयबद्ध निस्तारण करने की कार्य योजना तैयार करने के भी निर्देश दिए। बैठक में परीक्षाओं में ब्लूटूथ जैसे इलैक्ट्रानिक गजेट्स के माध्यम से नकल की रोकथाम के लिए और अधिक प्रभावी प्रोटोकॉल लागू करने पर भी चर्चा की गई । इस दौरान स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव श्री नवीन जैन ने कहा कि इस सम्बंध में पहले से विद्यमान प्रोटोकॉल की समीक्षा करते हुए पुलिस, प्रशासन एवं अन्य पक्षों से प्राप्त सुझावों के आधार पर अपडेटेड प्रोटोकॉल तैयार कर जारी किया जाएगा। बैठक में बोर्ड के प्रशासक श्री महेश चंद्र शर्मा, आईजी लॉएंड ऑर्डर श्री गौरव श्रीवास्तव, स्कूल शिक्षा विभाग के संयुक्त शासन सचिव श्री किशोर कुमार, कॉलेज शिक्षा आयुक्त श्री पुखराज सैन, माध्यमिक शिक्षा निदेशक श्री आशीष मोदी, प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक श्री सीताराम जाट, बोर्ड सचिव श्रीमती मेघना चौधरी के अलावा गृह एवं पंचायतीराज विभाग एवं अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
अयोध्या। अयोध्या मंदिर में नई राम लला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की गई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में इस कार्यक्रम को लाखों लोगों ने अपने घरों और देशभर के मंदिरों में टेलीविजन पर देखा। “प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के दौरान सेना के हेलीकॉप्टरों ने नवनिर्मित जन्मभूमि मंदिर पर फूलों की वर्षा की जो भारत के राजनीतिक और धार्मिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण अवसर था। “अयोध्या धाम में श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का असाधारण क्षण हर किसी को भावुक कर देने वाला है।इस दिव्य कार्यक्रम का हिस्सा बनना मेरे लिए अत्यंत सौभाग्य की बात है। जय सिया राम !! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया। मोदी ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की उपस्थिति में “प्राण प्रतिष्ठा ‘ अनुष्ठान में भाग लिया। गर्भगृह से, मोदी लगभग 8,000 लोगों की सभा को संबोधित करने के लिए दूसरे स्थान पर गए, जिसमें साधु, राम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़े लोग और मनोरंजन, खेल और उद्योग जैसे क्षेत्रों की हस्तियां शामिल थीं। उनका कुबेर टीला का दौरा करने और मंदिर निर्माण से जुड़े श्रमिकों के साथ बातचीत करने का भी कार्यक्रम था पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने समारोह की लाइव स्ट्रीमिंग देखी। शीर्ष विपक्षी नेता समारोह में शामिल नहीं हुए। लेकिन हिमाचल प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह, जो राज्य कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह के बेटे हैं, कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। कई भाजपा शासित राज्यों ने उस दिन छुट्टी घोषित कर दी थी ताकि लोग टीवी पर समारोह देख सके और पड़ोस के मंदिर में कार्यक्रमों में भाग ले सकें। देश भर से आए पचास पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्र भक्तिपूर्ण “मंगल ध्वनि’ का हिस्सा थे जो प्रतिष्ठा समारोह के दौरान गूंजते रहे। अयोध्या के प्रसिद्ध कवि यतींद्र मिश्र द्वारा प्रस्तुत इस भव्य संगीत प्रस्तुति को नई दिल्ली की संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली का समर्थन प्राप्त था। लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले होने वाले अभिषेक समारोह की तैयारी में सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई। विपक्ष ने इसे आरएसएसबीजेपी का कार्यक्रम बताया .मंदिर के उद्घाटन से पहले छू निर्माण का केवल पहला चरण ही पूरा हुआ है और इस चरण में भी बहुत अधिक धार्मिक उत्साह देखा गया। इस अवसर का हिस्सा बनने के लिए भक्त देश के कई हिस्सों से मंदिर शहर में पहुंचे, जबकि उन्हें पता था कि वे मुख्य समारोह में शामिल नहीं हो सकते। रात में दिखाई देने वाले पुष्प पैटर्न और रोशनी में “जय श्री राम’ का चित्रण करने वाले औपचारिक द्वार प्राचीन शहर की आभा में जुड़ गए, जिसमें मंदिर-मस्जिद विवाद पर 20१9 के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पिछले कुछ वर्षो में बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचागत विकास हुआ है। 6वीं सदी की बाबरी मस्जिद, जिसके बारे में कई हिंदू मानते हैं कि इसका निर्माण भगवान राम के जन्मस्थान स्थल पर किया गया था, 6 दिसंबर 992 को कार सेवकों द्वारा ध्वस्त कर दी गई थी। लंबी कानूनी लड़ाई के बाद नवंबर 2079 में सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर निर्माण के पक्ष में फैसला सुनाया। इसने मस्जिद के निर्माण के लिए पांच एकड़ का भूखंड आवंटित करने का भी आदेश दिया।
उद्यमशीलता के क्षेत्र में सेठा सिंह रावत है युवाओं की पहचान, किया युवाओं को स्वरोजगार से जुड़ने का आह्वान अजमेर (जसं) । नेहरू युवा केन्द्र अजमेर युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार ने राष्ट्रीय युवा सप्ताह के अंतर्गत हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड और अम्बुजा सीमेन्ट फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान से चल रहे कायड स्थित जिंक कौशल केन्द्र में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए. कौशल विकास दिवस मनाया। जिला युवा अधिकारी श्री जयेश मीना ने बताया कि डिजिटल जनरेशन संस्थान एवं दर्जी ऑनलाइन के संस्थापक श्री सेठा सिंह रावत द्वारा सभी प्रशिक्षुओं के लिए उद्यमिता सत्र का आयोजन किया गया। इसके अन्तर्गत उन्हें व्यवसाय से सम्बन्धित विभिन्न विषयों की जानकारी दी गई। श्री सेठा सिंह रावत ने उद्यमशीलता के क्षेत्र में युवाओं के लिए प्रेरणा के रूप में अपनी पहचान बनाई है। श्री सेठा सिंह रावत ने मात्र 7000 की रकम से एक छोटा सा व्यवसाय शुरू किया। इस छोटे निवेश से अब यह बिजनेस करोड़ों का हो चुका है और इससे 00 से अधिक लोगों को रोजगार मिल रहा है। श्री सेठा सिंह रावत की यह सकक््सेज स्टोरी का जिक्र प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने मन की बात कार्यकम में किया था। उन्होंने डिजिटल क्रांति का महत्व बताते हुए कहा कि एक गांव का युवक जिसने कोरोना जैसे संकट काल में एक छोटे से व्यवसाय की शुरुआत की और आज करोड़ों का बिजनेस का संचालन कर कई लोगों को रोजगार भी दे रहा है। जिला युवा अधिकारी श्री जयेश मीना ने बताया कि श्री सेठा सिंह रावत नेहरू युवा केन्द्र अजमेर के दांता नवयुवक मंडल से भी जुड़े रहे है। उन्होंने सभी प्रशिक्षणार्थियों को युवा मंडल बनाने का आह्वान किया एवं युवा कार्यक्रम खेल मंत्रालय के मॉय भारत पोर्टल पर पंजीकरण की प्रक्रिया समझाई इस कार्यक्रम में जिंक कौशल केंद्र के प्रभारी श्री विनीत कह्ला, प्लेसमेंट ऑफिसर श्री संदीप गौतम, डॉक्यूमेंटेशन ऑफिसर सुश्री अंजलि विलियम, सॉफ्ट स्किल ट्रेनर गरिमा, अरुण रायसवाल, अशोक बैखा, दिप्ती सहोता, नेहा दुग्गल एवं महाराणा प्रताप युवा मंडल के मयंक सिंह नेगी उपस्थित रहे।
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