राजस्थान सरकार की पहली वर्षगांठ का जश्न 15 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है। इसे भव्य रूप देने के लिए राज्य सरकार ने तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया है। 17 दिसंबर को जयपुर के ददिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशाल जनसभा होगी। इस सभा में कई बड़ी घोषणाएं होने की संभावना है, जिनमें पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) समेत ₹1 लाख करोड़ की योजनाएं शामिल हो सकती हैं।
तीन दिवसीय कार्यक्रम का शेड्यूल
सरकार का यह उत्सव तीन दिन तक चलेगा:
15 दिसंबर: युवाओं के लिए विशेष कार्यक्रमों का आयोजन।
16 दिसंबर: महिलाओं को समर्पित कार्यक्रम।
17 दिसंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सभा की तैयारियों का जायजा लेने के लिए हाल ही में ददिया का दौरा किया। कार्यक्रम स्थल पर तीन लाख से अधिक लोगों को लाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके लिए सभी विधायकों को भीड़ जुटाने का जिम्मा सौंपा गया है।
संभावित घोषणाएं और लाभ
प्रधानमंत्री मोदी के इस कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं होने की उम्मीद है:
1. ईआरसीपी (पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना)
यह राजस्थान के 13 जिलों में पेयजल और सिंचाई के लिए महत्वपूर्ण योजना है।
परियोजना मानसून के दौरान व्यर्थ बहने वाले पानी का उपयोग करके चंबल बेसिन से अन्य क्षेत्रों तक पानी पहुंचाने की परिकल्पना करती है।
इससे 2.82 लाख हेक्टेयर भूमि में सिंचाई की सुविधा मिलेगी और 13 जिलों को पानी की आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
लाभान्वित जिलों में अलवर, दौसा, जयपुर, अजमेर, टोंक, सवाई माधोपुर, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़, भरतपुर, धौलपुर और करौली शामिल हैं।
2. किसानों को राहत
राज्य सरकार किसानों के खातों में ₹1,000 की किस्त जारी करेगी।
3. रोजगार के अवसर
करीब 60,000 नई नौकरियां देने की घोषणा हो सकती है।
4. अन्य विकास परियोजनाएं
बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य और औद्योगिक विकास से जुड़ी कई योजनाएं पेश की जा सकती हैं।
ईआरसीपी के राजनीतिक मायने
ईआरसीपी को लेकर विपक्ष सरकार पर लगातार निशाना साध रहा है। पीएम मोदी की इस सभा से यह परियोजना लॉन्च की जाएगी, जिससे सरकार विपक्ष को करारा जवाब देने की तैयारी में है।
ईआरसीपी का उद्देश्य
पानी की आपूर्ति: मानसून के पानी का सही उपयोग कर सूखाग्रस्त क्षेत्रों में राहत।
सिंचाई: कृषि के लिए जल संकट का समाधान।
लाभार्थी जिलों की संख्या: 13 जिले और 83 विधानसभा क्षेत्र।