आगरा में पुलिस और कृषि विभाग की टीम ने एक बड़ी तस्करी का पर्दाफाश करते हुए राजस्थान से अवैध तरीके से लाई गई 500 कट्टे डीएपी खाद जब्त की है। यह कार्रवाई ग्वालियर हाईवे पर चेकिंग के दौरान की गई, जहां ट्रक को रोककर जांच की गई। इस मामले में ट्रक के चालक और क्लीनर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, 28 अक्टूबर को राजस्थान के कनकपुरा रेलवे स्टेशन से ट्रक में लादकर 500 कट्टे डीएपी खाद आगरा की लादूखेड़ा क्षेत्र के लिए रवाना किए गए थे। ट्रक चालक नंदकिशोर, जो प्रेमनगर, आगरा का निवासी है, ने इस खाद को लादूखेड़ा पहुंचाने की योजना बनाई थी। 29 अक्टूबर को, ट्रक को ग्वालियर हाईवे पर एक ढाबे के सामने रोक दिया गया, जहां पुलिस ने ट्रक और चालक से आवश्यक दस्तावेज मांगे।
अधिकारियों की कार्रवाई
इस घटना की सूचना एसडीएम खेरागढ़, संदीप यादव को दी गई, जिसके बाद जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार सिंह और अपर जिला कृषि अधिकारी गुफरान अहमद मौके पर पहुंचे। जांच के दौरान पाया गया कि यह खाद कृषि नियमों का उल्लंघन करते हुए तस्करी के माध्यम से लाई गई थी।
पुलिस का बयान
थाना प्रभारी सैंया, उपेंद्र कुमार ने बताया कि चालक नंदकिशोर और क्लीनर राकेश को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ के दौरान दोनों ने स्वीकार किया कि खाद को लादूखेड़ा में उतारना था। उन्होंने बताया कि यह खाद निश्चित रूप से कालाबाजारी के लिए मंगवाई गई थी, जिसके चलते उनके खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में अन्य लोगों के बारे में भी पूछताछ शुरू कर दी है। कृषि विभाग की टीमें भी इस मामले की गहराई से जांच कर रही हैं, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि इस तस्करी में और कौन लोग शामिल थे। अधिकारियों का मानना है कि यह खाद मार्केट में कालाबाजारी के उद्देश्य से लाई गई थी, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान हो सकता था।
यह मामला इस बात का उदाहरण है कि कैसे अवैध तस्करी से कृषि क्षेत्र में व्यवधान उत्पन्न होता है और किसानों को प्रभावित करता है। राज्य और स्थानीय प्रशासन इस प्रकार की गतिविधियों पर सख्ती से नजर रख रहा है और तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।

