मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव पर भारत में मौजूद इजरायली नागरिकों की चिंताएं में इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव ने विश्वभर में चिंता का माहौल बना दिया है, जिसका असर भारत में मौजूद इजरायली नागरिकों पर भी पड़ रहा है। खासकर, हिमाचल प्रदेश, गोवा, और राजस्थान में ठहरे हुए इजरायली नागरिक वर्तमान घटनाक्रम को लेकर काफी चिंतित हैं। इन क्षेत्रों में इजरायली नागरिकों की सुरक्षा को लेकर भी स्थानीय प्रशासन ने कदम उठाए हैं, और इजरायली नागरिकों ने भारत सरकार से भी सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।

हिमाचल प्रदेश: कुल्लू में इजरायली नागरिकों की सुरक्षा पर खास ध्यान
हिमाचल प्रदेश का कुल्लू जिला, खासकर मणिकर्ण घाटी का कसोल और मनाली, लंबे समय से इजरायली पर्यटकों के पसंदीदा स्थलों में से एक रहा है। यहां करीब 300 से ज्यादा इजरायली नागरिक ठहरे हुए हैं। हाल के मिडिल ईस्ट तनाव को देखते हुए कुल्लू पुलिस ने इन पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा बढ़ा दी है।
इजरायली नागरिक, जो भारत में त्योहार मनाने आए थे, अब चिंतित हैं क्योंकि इस समय इजरायल के प्रमुख त्योहार भी हैं। कुल्लू के इजरायली नागरिकों ने त्योहारी समय में अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है, क्योंकि त्योहारों के दौरान ये लोग एकत्रित होकर पूजा-अर्चना करते हैं। हालांकि, तनाव के बढ़ते माहौल के कारण कई इजरायली नागरिक भारत छोड़कर अपने देश वापस लौट चुके हैं, लेकिन अभी भी कुछ इजरायली नागरिक यहां ठहरे हुए हैं।
गोवा: इजरायली नागरिकों की सुरक्षा की मांग
गोवा में भी बड़ी संख्या में इजरायली पर्यटक मौजूद हैं, जो मौजूदा हालात को लेकर चिंतित हैं। इन इजरायली नागरिकों ने भारत सरकार से सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। गोवा का तटीय इलाका भी इजरायली पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है, और यहां पर पर्यटन स्थल में भी सुरक्षा इंतजामों को लेकर इजरायली नागरिक जागरूक हैं।
राजस्थान: पुष्कर में इजरायली नागरिकों की प्रार्थना
राजस्थान के पुष्कर में मौजूद इजरायली नागरिकों ने मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव को लेकर प्रार्थना की है। पुष्कर, जो अपने आध्यात्मिक माहौल और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए जाना जाता है, यहां मौजूद इजरायली नागरिकों ने मंदिरों में जाकर विशेष प्रार्थनाएं कीं और ईरान और इजरायल के बीच शांति की कामना की। राजस्थान में इजरायली नागरिकों ने हिंदू परंपराओं का सम्मान करते हुए हिंदी में मंत्रोच्चार किया और महाआरती में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने दुनिया में शांति और सामंजस्य की प्रार्थना की।
मिडिल ईस्ट के तनाव का व्यापक असर
ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव का असर केवल मिडिल ईस्ट में ही नहीं, बल्कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों में फैले इजरायली नागरिकों पर भी पड़ रहा है। भारत में ठहरे हुए इजरायली पर्यटकों ने न केवल अपने देश के लिए बल्कि विश्व शांति के लिए भी प्रार्थना की है। इस संकट के बीच, भारत में इजरायली नागरिकों के लिए सुरक्षा की मांग को देखते हुए स्थानीय प्रशासन सतर्क है और सुरक्षा इंतजामों को पुख्ता कर रहा है।
इजरायली नागरिकों की भावनाएं और भविष्य की चिंता
हिमाचल, गोवा, और राजस्थान में मौजूद इजरायली नागरिक इस वक्त अपने परिवारों और देश की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। वे लगातार अपने देश के हालात पर नज़र बनाए हुए हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि मिडिल ईस्ट में तनाव जल्द खत्म हो। भारत के शांतिपूर्ण वातावरण में रह रहे इन नागरिकों ने भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपराओं का हिस्सा बनकर यहां शांति और सांस्कृतिक सौहार्द को बढ़ावा देने का प्रयास किया है।
इस पूरे माहौल में, इजरायली नागरिकों के बीच एक गहरी चिंता व्याप्त है, लेकिन साथ ही वे भारत में रहकर शांति और सुरक्षा का अनुभव कर रहे हैं। भारतीय प्रशासन और स्थानीय पुलिस का सहयोग और सुरक्षा व्यवस्था उन्हें एक सुकून का अहसास करा रही है, जिससे वे त्योहारों के बीच भी अपनी सुरक्षा को लेकर आश्वस्त हैं।
भारत में इजरायली नागरिकों की सुरक्षा और उनकी चिंताओं को देखते हुए यह स्पष्ट है कि भारत में उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है, और मिडिल ईस्ट के तनाव के बावजूद यहां उन्हें सहयोग और समर्थन मिल रहा है।

