नागौर जिले के डीडवाना में एक गंभीर घटना सामने आई है, जिसमें नाबालिग से छेड़छाड़ के आरोपी को पकड़ने पहुंची पुलिस पर उसके परिजनों ने हमला कर दिया। पुलिसकर्मियों को बंधक बनाकर उनके साथ मारपीट की गई, और उनकी निजी गाड़ी पर पथराव कर शीशे तोड़ दिए गए। इस हमले में पुलिसकर्मी मामूली रूप से घायल हुए हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें पॉक्सो एक्ट के तहत वांछित व्यक्ति भी शामिल है।
घटना का विवरण
यह घटना मारोठ थाना क्षेत्र के दौलतपुरा गांव के पास मालियों की ढाणी में हुई। मारोठ थाना पुलिस सिविल ड्रेस और निजी गाड़ी में नाबालिग से छेड़छाड़ के आरोप में वांछित आरोपी को पकड़ने गई थी। जैसे ही पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने की कोशिश की, उसके परिजनों ने पुलिसकर्मियों को घेर लिया। परिजनों ने न केवल पुलिसकर्मियों को बंधक बनाया, बल्कि उनके साथ मारपीट भी की। इसके अलावा, पुलिस की निजी गाड़ी पर पथराव कर उसकी खिड़कियों और शीशों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
डीडवाना पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही डीडवाना थाना पुलिस तत्काल जाप्ते के साथ मौके पर पहुंची। पुलिस ने मौके से न केवल बंधक बनाए गए पुलिसकर्मियों को सुरक्षित निकाला, बल्कि 5 लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में वह व्यक्ति भी शामिल है, जो पॉक्सो एक्ट के तहत फरार था।
प्रशासन का बयान
जिला पुलिस अधीक्षक हनुमान प्रसाद मीणा ने बताया कि पुलिसकर्मियों से मारपीट करने और उन्हें बंधक बनाने के आरोप में आरोपियों पर “राजकार्य में बाधा” का मामला दर्ज किया गया है। इस प्रकार की घटनाएं कानून व्यवस्था को चुनौती देती हैं, और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिसकर्मियों पर हमला: एक गंभीर अपराध
पुलिसकर्मियों पर हमला और उन्हें बंधक बनाने की घटना ने स्थानीय कानून व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं। पुलिस का कहना है कि इस तरह की घटनाएं कानून के प्रति आम जनता के विश्वास को कमजोर करती हैं। पुलिस की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया है कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं पर सख्त रुख अपनाया जाएगा और आरोपियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
निष्कर्ष
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कानून का उल्लंघन करने वाले चाहे जो भी हों, पुलिस उन्हें कानून के दायरे में लाने के लिए पूरी तरह से तत्पर है। नागौर में हुई इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन का सख्त रुख और त्वरित कार्रवाई से यह संदेश गया है कि कानून व्यवस्था को चुनौती देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।