बूंदी: एयरपोर्ट का नाम राजा सूरजमल हाड़ा के नाम पर रखने की मांग, श्री राजपूत करणी सेना ने सरकार को घेरा
राजस्थान के बूंदी जिले में राजा सूरजमल हाड़ा की 600 वर्ष पुरानी छतरी के ध्वस्तीकरण के बाद राजपूत समाज से जुड़े लोगों ने कलेक्ट्रेट पर धरना देकर विरोध जताया। इस घटना के विरोध में श्री राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने राजस्थान सरकार पर तीखे आरोप लगाए।
मकराना ने कहा कि राजपूत समाज के पूर्वजों की छतरी को असंवैधानिक तरीके से तोड़ा गया है, जिसे समाज के लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार राजपूत समाज के इतिहास को मिटाने की कोशिश कर रही है और समाज के लोगों से आह्वान किया कि यदि सरकार छतरी का पुनर्निर्माण नहीं करती, तो वे खुद घर-घर से ईंटें लेकर राव राजा की छतरी का निर्माण करेंगे।
सोमवार को राजपूत समाज और करणी सेना से जुड़े सदस्यों ने बहादुर सिंह सर्कल से कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली। कलेक्ट्रेट पहुंचने पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस अधिकारियों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई, जिससे गुस्साई भीड़ ने सड़क जाम कर दी। यह गतिरोध करीब आधे घंटे तक जारी रहा। अंत में, उपखंड अधिकारी एचडी सिंह ने प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचकर ज्ञापन लिया।
करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप सिंह खिजुरी ने बताया कि राजपूत समाज में इस घटना को लेकर भारी रोष व्याप्त है। उन्होंने दो प्रमुख मांगें उठाईं: पहला, एयरपोर्ट का नाम राव सूरजमल हाड़ा के नाम पर रखा जाए, और दूसरा, एयरपोर्ट के मुख्य प्रवेश द्वार पर राव सूरजमल हाड़ा की आदमकद प्रतिमा स्थापित की जाए।
धरने के दौरान नरेंद्र सिंह आमली, गजानंद सिंह शेखावत, महिपाल सिंह रिशंदा, बलराज सिंह, बुदेल सिंह राठौड़ और तूफान सिंह ने भी अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि केडीए द्वारा छतरी को गिराना बेहद घटिया मानसिकता का परिचय है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि राव राजा के नाम पर एयरपोर्ट का नामकरण नहीं किया गया, तो वे एयरपोर्ट के निर्माण में भी बाधा डालेंगे।