Rajasthan अलवर जिले के शाहजहांपुर में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) की पाइपलाइन से हाईटेक तकनीक का उपयोग करते हुए चोरों ने बड़ी मात्रा में क्रूड ऑयल चोरी करने की घटना को अंजाम दिया। चोरों ने इस वारदात के लिए 8 फीट गहरी और 4 फीट चौड़ी सुरंग बनाकर उसमें सीमेंट की टाइलें लगाई, बिजली फिटिंग की और यहां तक कि सीसीटीवी कैमरे भी लगाए।
घटना का खुलासा
स्थान: शाहजहांपुर, राष्ट्रीय राजमार्ग 48 के पास।
तरीका:
चोरों ने एक प्लॉट किराए पर लेकर भूमिगत सुरंग बनाई।
पाइपलाइन में वॉल्व फिट करके तेल चुराया जा रहा था।
सुरंग में लगे सीसीटीवी कैमरों की DVR डिवाइस गायब पाई गई, जिससे यह संदेह है कि चोरी को रिमोट तकनीक से नियंत्रित किया गया।
जांच की शुरुआत:
26 दिसंबर को पाइपलाइन में प्रेशर कम होने की सूचना मिलने पर इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के सहप्रबंधक हेमंत कुमार ने जांच शुरू की।
जांच के बाद चोरी का स्थान शाहजहांपुर टोल प्लाजा के पास बेलनी मार्ग पर मिला।
शाहजहांपुर थाने में मामला दर्ज किया गया और जांच को एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) को सौंपा गया।
सुरंग और चोरों का सेटअप
सुरंग में सीमेंट का मजबूत निर्माण किया गया था।
तेल चुराने के लिए वॉल्व और अन्य उपकरण लगाए गए थे।
सुरंग से कुछ खाली ड्रम और अन्य सामान बरामद किया गया।
ऐसा माना जा रहा है कि चोरी को पुलिस या अन्य स्थानीय मदद के बिना अंजाम देना संभव नहीं था।
एसओजी और पुलिस की कार्रवाई
एसओजी डीएसपी शिव कुमार भारद्वाज ने कहा कि चोरी इतनी सुनियोजित थी कि इसमें पुलिस या अन्य स्थानीय अधिकारियों की मिलीभगत होने की आशंका है।
नीमराना डीएसपी सचिन शर्मा, शाहजहांपुर थानाधिकारी पुखराज मीना, और एसओजी की संयुक्त टीम इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
चोरी के सरगनाओं तक पहुंचने के प्रयास जारी हैं।
पिछले मामले और सवाल
10 साल पहले भी इसी पाइपलाइन से चोरी का मामला सामने आया था।
सुरंग में हाईटेक तकनीक और सीसीटीवी कैमरों का उपयोग कई सवाल खड़े करता है:चोरी को अंजाम देने वाले गिरोह के नेटवर्क का कितना विस्तार है?
क्या इस घटना में स्थानीय प्रशासन या अन्य एजेंसियों की संलिप्तता है?
निष्कर्ष
शाहजहांपुर में इंडियन ऑयल पाइपलाइन से क्रूड ऑयल की इस हाईटेक चोरी ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस और एसओजी की टीम इस सुनियोजित साजिश के पीछे के अपराधियों तक पहुंचने के लिए तेजी से काम कर रही है। इस वारदात ने तेल पाइपलाइनों की सुरक्षा को और मजबूत करने की आवश्यकता को रेखांकित किया है।