अजमेर/संवाददाता। अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद ने जैसलमेर याफ्ता, 2 लाख बच्चों के लिए सरकार की ओर से बीमा करवाया गया ताकि किसी जिले के दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने जैसलमेर सहित विभिन्न ग्रामीण अंचलों में आयोजित जश्ने ईद मिलादुन्नबी के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने कहा कि इस्लाम के आखिरी पैगंबर हुजूर मोहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम ने शांति, अमन, भाईचारा, आपसी सौहार्द एवं इंसानियत की खिदमत करने का संदेश दिया । मोहम्मद साहब ने कहा था कि दहशतगर्दी का इस्लाम से कोई वास्ता नहीं है। वहीं शिक्षा के महत्व के बारे में उन्होंने उस समय बता दिया था कि तुम्हें इल्म हासिल करने के लिए चीन तक क्यों न जाना पड़े, लेकिन जाओ और पड़ो । मंत्री शाले मोहम्मद ने कहा कि यहां की जनता ने उन्हें मजबूत बनाया वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन्हें इल्म से जुड़ा हुआ डिपार्टमेंट दिया । अल्पसंख्यकों की बेदारी एवं शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर करने के लिए अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं के लिए छात्रावास, राजकीय अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय, शिक्षा की ओर प्रोत्साहित करने के लिए छात्रवृत्ति, मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना, डीबीटी वाउचर योजना, मदरसों में तालीम अनहोनी में परिवार को संबल मिल सके | मुख्यमंत्री मदरसा आधुनिकीकरण योजना के अंतर्गत आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिए भवनों का निर्माण, खेलकूद सामग्री, पाठ्य सामग्री एवं लाइब्रेरी की स्थापना की गई है। जहां अब महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, एपीजे अब्दुल कलाम, मौलाना अबुल कलाम आलाद सहित विभिन्न महापुरुषों की जीवनी पढ़ने को मिल सकेगी। जश्ने ईद मिलादुन्नबी के मुबारक मौके पर झाबरा, जवान्ध जूनी, सोजिया की ढ़ाणी, जैसलमेर, मोहनगढ़, ढिबा पाड़ा सहित विभिन्न स्थानों पर आयोजित कार्यक्रम में मंत्री शाले मोहम्मद ने शिरकत कर आमजन से मुलाकात की तथा ईद मिलादुन्नबी के मौके की मुबारकबाद दी | जैसलमेर शहर के विभिन्न मोहल्लों में जश्ने ईद मिलादुन्नबी की रैली निकली जिस पर हिन्दू भाइयों ने पुष्प वर्षा कर जगह-जगह स्वागत किया । मंत्री ने बताया कि यह पश्चिमी राजस्थान एवं जैसलमेर की खूबी है। यहां सभी वर्ग, धर्म एवं मजहब का सम्मान किया जाता है । यहां के लोग हर व्यक्ति के सुख दु:ख में साथ खड़े रहते हैं।