बूंदी में लापता बाघिन ‘RVT 2’ का मिला कंकाल राजस्थान के चौथे टाइगर रिजर्व रामगढ़ अभयारण्य से एक दुखद समाचार सामने आया है। यहां बाघिन ‘RVT 2’ का कंकाल मिला है, जिससे वन्यजीव प्रेमियों में चिंता और निराशा फैल गई है। यह कंकाल बांद्रा पोल के घने जंगल में मिला है।
15 दिनों का संपर्क टूटना
वन विभाग ने बताया कि बाघिन के साथ 15 दिनों से रेडियो कॉलर का संपर्क टूट गया था। वन विभाग की टीम लगातार बाघिन को खोजने में लगी थी। उन्हें सूचना मिली थी कि एक रेडियो कॉलर जंगल में पड़ा है। जब टीम ने सर्च अभियान चलाया, तो बाघिन का कंकाल मिला।
पोस्टमार्टम और जांच
बाघिन का कंकाल मिलने के बाद, उसे कब्जे में लिया गया और पोस्टमार्टम करवाने का निर्णय लिया गया। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि बाघिन की मौत कैसे हुई। डीएफओ संजीव शर्मा ने बताया कि कंकाल पर कोई चोट के निशान नहीं थे और न ही कोई शिकारी गतिविधि के संकेत मिले हैं। इसलिए इसे प्राकृतिक मृत्यु मानने का अनुमान लगाया जा रहा है।
शावकों की स्थिति
बाघिन के दो शावक भी थे, जिनमें से एक की ट्रैकिंग अभी हो रही है, जबकि दूसरे का पता नहीं चल पाया है।
विभागीय लापरवाही की जांच
डीएफओ संजीव शर्मा ने कहा कि यदि किसी भी प्रकार की लापरवाही पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बाघ-बाघिनों के शिफ्टिंग की योजना
बूंदी के रामगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघिन की मौत के बाद अन्य बाघ-बाघिनों को शिफ्ट करने की योजना में रुकावट आ रही है। इससे पहले, टी 102 नाम की बाघिन को रणथंबोर नेशनल पार्क से बूंदी रामगढ़ अभयारण्य में स्थानांतरित किया गया था।
इस मामले ने बाघों के संरक्षण और उनकी सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता को एक बार फिर उजागर किया है।