राजस्थान के टोंक जिले की देवली-उनियारा सीट पर उपचुनाव के नतीजे सामने आने लगे हैं। भाजपा के राजेंद्र गुर्जर ने बढ़त बनाई है, जबकि निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा ने कांग्रेस के कस्तूरचंद मीणा (केसी मीणा) को पीछे छोड़ते हुए दूसरे स्थान पर कब्जा कर लिया है।
थप्पड़ कांड से सुर्खियों में आई सीट
यह सीट उपचुनाव के दौरान चर्चा का केंद्र बनी रही। निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा और एसडीएम अमित चौधरी के बीच हुए थप्पड़ विवाद ने चुनाव को दिलचस्प बना दिया। इस विवाद के बाद निर्वाचन अधिकारी सौम्या झा ने मतगणना की तैयारियों को बेहद सतर्कता से अंजाम दिया।
त्रिकोणीय मुकाबले में रोचक मोड़
- भाजपा: राजेंद्र गुर्जर ने शुरुआती रुझानों में बढ़त बनाई।
- निर्दलीय: कांग्रेस से बगावत कर मैदान में उतरे नरेश मीणा ने दूसरे स्थान पर छलांग लगाई।
- कांग्रेस: पार्टी के उम्मीदवार कस्तूरचंद मीणा फिलहाल तीसरे स्थान पर हैं।
चुनाव में मतदान और विवाद
- 2018 में मतदान प्रतिशत: 71%
- 2023 में मतदान प्रतिशत: 73%
- 2024 में मतदान प्रतिशत: 65%
मतदान के दिन थप्पड़ कांड और हिंसा के कारण यह सीट राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आ गई।
कांग्रेस की चुनौती
देवली-उनियारा सीट पर कांग्रेस का मुकाबला न केवल भाजपा से था, बल्कि बागी उम्मीदवार नरेश मीणा ने पार्टी के समीकरण बिगाड़ दिए। नरेश मीणा ने पहले भी कांग्रेस से बगावत कर छबड़ा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था।
प्रभावशाली नेताओं की भूमिका
इस सीट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट और सांसद हरीश चंद्र मीणा का प्रभाव देखा गया, लेकिन बागी और भाजपा उम्मीदवारों की चुनौती ने कांग्रेस को बैकफुट पर धकेल दिया।
आगे के नतीजे भाजपा की जीत की ओर इशारा कर रहे हैं, लेकिन निर्दलीय उम्मीदवार का प्रदर्शन भी चौंकाने वाला है।