जोधपुर की खासियत दिवाली पर पटाखा मिठाई का अनोखा स्वाद दिवाली का त्योहार सिर्फ रोशनी और पटाखों का ही नहीं, बल्कि मिठाइयों का भी होता है। इस खास अवसर पर राजस्थान की सांस्कृतिक राजधानी जोधपुर में एक अनोखी मिठाई का बाजार में धूम मची हुई है—पटाखा मिठाई। यह मिठाई विशेष रूप से दिवाली पर बनती है और इसके पीछे की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है।
पटाखा मिठाई: एक नया प्रयोग
जोधपुर के मिठाई विक्रेताओं ने एक अभिनव प्रयोग करते हुए पटाखों और दीपकों के आकार की मिठाई बनानी शुरू की है। ये मिठाइयाँ ड्राई फ्रूट्स से तैयार की जाती हैं और उनका रंग-बिरंगा रूप देखकर लगता है कि ये असली पटाखे हैं। जोधपुर के लोग इस मिठाई को बड़े चाव से खा रहे हैं, और विदेशों में भी इसकी मांग बढ़ रही है।
बाजार में रौनक और भीड़
जैसे-जैसे दिवाली नजदीक आ रही है, बाजार में मिठाई की बिक्री में भी तेजी आई है। मिठाई विक्रेताओं ने बताया कि इस बार विशेष रूप से पटाखा मिठाई की मांग बढ़ गई है। इनमें कोटा और सुतली बम जैसे आकार शामिल हैं, जो देखने में बेहद आकर्षक हैं। इनकी सुंदरता लोगों को अपनी ओर खींचती है, जिससे ग्राहकों का ध्यान इन मिठाइयों पर जाता है।
प्रदूषण की चिंता और बच्चों का आकर्षण
इस मिठाई का निर्माण केवल दिवाली तक सीमित नहीं है। विक्रेताओं ने बताया कि वे होली और रक्षाबंधन जैसे अन्य त्योहारों पर भी इस तरह की मिठाइयाँ तैयार करते हैं। उन्होंने कहा, “हमने यह मिठाई इस सोच के साथ बनाई है कि लोग असली पटाखों के बजाय मिठाई के रूप में इसे खरीदें।” बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए यह एक सकारात्मक प्रयास है, क्योंकि इससे बच्चे भी मिठाई के आकर्षण में फंसकर पटाखों से दूर रह सकते हैं।
मिठाई के पटाखों की बढ़ती मांग
जोधपुर में इस तरह की मिठाई की मांग तेजी से बढ़ रही है, और विक्रेताओं के पास इसे बनाने के अधिक ऑर्डर भी आ रहे हैं। हालांकि, हर गली और मोहल्ले में पारंपरिक पटाखे मिल जाएंगे, लेकिन मिठाई वाले पटाखों का अनोखा अनुभव केवल कुछ दुकानों पर ही उपलब्ध है।
इस दिवाली, जोधपुर के इस अनोखे पटाखा मिठाई का स्वाद लेने का मौका न चूकें, जो आपके मीठे अनुभव को और भी खास बना देगा!