राजधानी जयपुर में गुइलेन बेरी सिंड्रोम (Guillain-Barre Syndrome, GBS) के तीन मामले सामने आए हैं। संक्रमित मरीजों का इलाज एक निजी अस्पताल में जारी है। सैंपल की जांच सवाई मानसिंह (एसएमएस) मेडिकल कॉलेज की लैब में की गई, जहां संक्रमण की पुष्टि हुई है।
स्वास्थ्य विभाग सतर्क
एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दीपक माहेश्वरी ने GBS संक्रमण की पुष्टि की।
मरीजों की हालत स्थिर बताई जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है, क्योंकि हाल ही में देश के कुछ अन्य हिस्सों में भी इस बीमारी के मामले सामने आए हैं।
क्या है Guillain-Barre Syndrome?
GBS एक न्यूरोलॉजिकल बीमारी है, जिसमें इम्यून सिस्टम गलती से शरीर की पेरीफेरल नसों पर हमला कर देता है।
इससे मांसपेशियों में कमजोरी, सुन्नता और चलने-फिरने में परेशानी होती है।
यह एक दुर्लभ लेकिन गंभीर स्थिति हो सकती है, जिसके लिए तत्काल चिकित्सा देखभाल जरूरी है।
लक्षणों को न करें नजरअंदाज
चिकित्सकों ने सलाह दी है कि यदि किसी को चलने में दिक्कत, कमजोरी, हाथ-पैर सुन्न होना, या सांस लेने में परेशानी महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। प्रशासन इस बीमारी की रोकथाम और जागरूकता बढ़ाने के लिए सतर्कता बरत रहा है।
